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रूस पर जारी प्रतिबंधों को लेकर EU देश एकमत, जानें अब तक क्यों नहीं लगी जीवाश्म ईंधन पर पाबंदी?

यूरोपीय संघ के सदस्य देशों ने एक सम्मेलन में यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर प्रतिबंध के मुद्दे पर एकजुटता दिखाई लेकिन ऊर्जा क्षेत्र के मुद्दे पर 27 देशों के नेताओं में सहमति नहीं बन पाई।

10:57 AM Mar 25, 2022 IST | Desk Team

यूरोपीय संघ के सदस्य देशों ने एक सम्मेलन में यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर प्रतिबंध के मुद्दे पर एकजुटता दिखाई लेकिन ऊर्जा क्षेत्र के मुद्दे पर 27 देशों के नेताओं में सहमति नहीं बन पाई।

यूरोपीय संघ के सदस्य देशों ने गुरुवार को हुए एक सम्मेलन में यूक्रेन पर हमले को लेकर रूस पर प्रतिबंध के मुद्दे पर एकजुटता दिखाई लेकिन ऊर्जा क्षेत्र के मुद्दे पर 27 देशों के नेताओं में सहमति नहीं बन पाई। यूक्रेन पर रूस के हमले के संबंध में यह शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था। युद्ध की शुरुआत में ईयू के सदस्य देशों ने रूस की अर्थव्यवस्था, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूसी धनाढ्य वर्ग को लक्षित कर कड़े कदम उठाते हुए कई प्रतिबंध लगाए थे। 
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अमेरिका के रुख के उलट, ईयू ने अब तक रूस से प्राप्त होने वाले जीवाश्म ईंधन पर पाबंदी नहीं लगाई है जिससे पता चलता है कि सदस्य देशों के उद्योग रूस के तेल, प्राकृतिक गैस और कोयले के भंडार पर किस हद तक निर्भर हैं। ब्रसेल्स में आयोजित सम्मेलन में बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्सांदर दे क्रू ने कहा, “हम आपस में युद्ध नहीं लड़ रहे हैं।”
जीवाश्म ईंधन के लिए रूस पर निर्भर हैं EU देश 
उन्होंने कहा, “हमारी तुलना में रूसी पक्ष पर, प्रतिबंधों का हमेशा बड़ा असर होना चाहिए।” सम्मेलन में जर्मनी, ऑस्ट्रिया और नीदरलैंड्स जैसे देशों की भी ऐसी ही राय थी। यह देश उन देशों के खिलाफ जाते दिखाई दे रहे हैं जो रूस की सीमा के निकट स्थित हैं तथा उस पर अब और कड़े प्रतिबंधों की मांग कर रहे हैं।
फिनलैंड की प्रधानमंत्री सन्ना मारिन ने कहा, “जब तक हम रूस से ऊर्जा खरीद रहे हैं, तब तक हम इस युद्ध का वित्त पोषण कर रहे हैं और हमारे सामने यह बड़ी चुनौती है।” बाल्टिक देशों के नेताओं ने भी मारिन का समर्थन किया। लातविया के प्रधानमंत्री क्रिसजनिस कारिन्स ने संवाददाताओं से कहा, “हमें रूस की अर्थव्यवस्था को अलग-थलग करना है ताकि युद्ध में धन के उपयोग को रोका जा सके।’’
EU देश 90 प्रतिशत प्राकर्तिक गैस का रूस से करते हैं आयत 
ईयू के सदस्य देश, बिजली पैदा करने और घरेलू तथा आपूर्ति उद्योग के लिए 90 प्रतिशत प्राकृतिक गैस का आयात करते हैं और इसमें से 40 प्रतिशत गैस तथा तेल की आपूर्ति रूस करता है। यूरोपीय संघ की कार्यकारी शाखा यूरोपीय आयोग ने रूसी गैस पर ईयू की निर्भरता में इस साल के आखिर तक दो तिहाई की कमी का प्रस्ताव दिया है।

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