भारत में EV वाहनों का पंजीकरण बढ़ा, वित्त वर्ष 2025 में 17% की वृद्धि
SIAM के आंकड़ों के अनुसार EV वाहनों की बिक्री में बढ़ोतरी
SIAM द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में EV वाहनों का पंजीकरण वित्त वर्ष 2025 में 17% बढ़ा है। वित्त वर्ष 2023-24 में यह 1.68 मिलियन यूनिट था। EV दोपहिया वाहन का पंजीकरण 21% बढ़कर 11.5 लाख इकाई हो गया है। यात्री वाहनों की बिक्री 4.3 मिलियन यूनिट तक पहुंची, जो 2% की वृद्धि है। बेहतर ग्रामीण मांग और बढ़ते उपभोक्ता विश्वास ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। SIAM ने इस वृद्धि का श्रेय ग्राहकों की मजबूत मांग, सरकारी समर्थन और टिकाऊ गतिशीलता पर बढ़ते फोकस को दिया।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) द्वारा जारी किए गए आंकड़ो के अनुसार देशभर में EV वाहनों का पंजीकरण लगातार बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2024 की तुलना में वित्त वर्ष 2025 में 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। बता दें कि वित्त वर्ष 2023-24 में यह 1.68 मिलियन यूनिट था। SIAM ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में EV दोपहिया वाहन का पंजीकरण 21 प्रतिशत बढ़ा है और यह 11.5 लाख ईकाई हो गया है। SIAM ने कहा कि यात्री वाहनों (PV) ने वित्त वर्ष 2024-25 में 4.3 मिलियन यूनिट की अपनी अब तक की सबसे अधिक बिक्री दर्ज की, जो वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 2 प्रतिशत की वृद्धि है।
ग्राहकों की मजबूत मांग
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग की घरेलू बिक्री में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और निर्यात में 19.2 प्रतिशत की मजबूत उछाल देखी गई। SIAM ने इस प्रदर्शन का श्रेय ग्राहकों की मजबूत मांग, सरकारी समर्थन, बुनियादी ढांचे में निवेश और टिकाऊ गतिशीलता पर बढ़ते फोकस को दिया। सकारात्मक आर्थिक नीतियों और स्वस्थ बाजार भावना ने भी विकास को बनाए रखने में मदद की।
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स्कूटर सेगमेंट सबसे आगे
दोपहिया वाहनों की बिक्री में ठोस सुधार हुआ, वित्त वर्ष 2024-25 में 19.6 मिलियन यूनिट की बिक्री हुई, जो 9.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। बेहतर ग्रामीण मांग और बढ़ते उपभोक्ता विश्वास ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी और बेहतर सुविधाओं वाले नए मॉडल लॉन्च करने की बदौलत स्कूटर सेगमेंट सबसे आगे रहा।
दोपहिया वाहनों का निर्यात
इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) ने भी बढ़त हासिल की, वर्ष के दौरान कुल दोपहिया वाहनों की बिक्री में उनकी हिस्सेदारी 6 प्रतिशत को पार कर गई। दोपहिया वाहनों का निर्यात 21.4 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ 4.2 मिलियन यूनिट तक पहुंच गया। यह नए उत्पाद लॉन्च और अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में बढ़ती मांग के कारण था।