'मेलोडी' से चीन के बिगड़े सुर, इटली की PM देने वाली है ड्रैगन को अरबों डॉलर का झटका
india italy relations भारत और इटली के बीच के रिश्ते काफी ज्यादा मजबूज होते जा रहें हैं, दोनों देशों के बीच दोस्ती का नजारा दुबई में देखने को मिला जहां इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अदभूत मुलाकात पूरे देशवासियों को चौंका कर रख दिया था। जहां मेलोनी ने दुबई में COP28 बैठक के मौके पर ली गई मोदी के साथ एक सेल्फी पोस्ट की थी, जिसमें लिखा था, "COP28 में अच्छे दोस्त"। मेलोनी ने दोनों नेताओं के नामों का संयोजन #मेलोडी को भी जोड़ा था।
HIGHLIGHTS
- मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के चेहरे खिले हुए थे
- भारत और इटली की दोस्ती चीन के लिए झटका
- IMEC के ऐलान चीन से बड़ा झटका
मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के चेहरे खिले हुए थे
india italy relations इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के चेहरे खिले हुए थे। डिप्लोमेसी की दुनिया में कहा जाता है, कि दो नेताओं के बीच क्या बात हो रही है, इससे भी ज्यादा निगाह इस बात पर रखी जाती है, कि उनके बीच की भाव-भंगिमाएं कैसी हैं। दो देशों के बीच के रिश्ते कितने गर्मजोशी से बन रहे हैं, या फिर मजबूत हैं, वो उन देशों के नेताओं के बीच की बैठक के दौरान उनके बॉडी लैंग्वेज से पता चलता है।
भारत और इटली की दोस्ती चीन के लिए झटका
india italy relations जियोर्जिया मेलोनी ने प्रधानंमत्री मोदी से मुलाकात कर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मेलीडी हैशटैग के साथ सेल्फी ट्वीट की और फिर सोशल मीडिया दोनों नेताओं के बीच की दोस्ती पर मरे जा रही है। दोनों नेताओं के बीच की मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। माना जा रहा है, कि भारत और इटली के बीच बढ़ती गहरी होती ये दोस्ती चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए एक बड़ा झटका है।
G-20 शिखर सम्मेलन में कुछ ऐसा ही हुआ था
india italy relations इटली ने हाल ही में तीव्र संकेत दिए हैं, कि चीन की महत्वाकांक्षी परियोजना बीआरआई से वो पीछे हट गया है। दुबई में सीओपी-28 शिखर सम्मेलन से पहले, नई दिल्ली में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भी प्रधानमंत्री मोदी और इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी के बीच शानदार केमिस्ट्री देखने को मिली थी। दुबई में भी पीएम मोदी और मेलोनी मुस्कुराते हुए एक दूसरे से मिले और काफी देर तक बात करते रहे और हंसते रहे। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक भी हुई, जिसमें ट्रेड, डिफेंस और टेक्नोलॉजी जैसे मुद्दों पर गहरी चर्चा की गई।
IMEC के ऐलान चीन से बड़ा झटका
india italy relations पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट कर द्विपक्षीय बातचीत में व्यापार, वाणिज्य, रक्षा आदि क्षेत्रों पर चर्चा की। इसके बाद मेलोनी ने भी प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई दी। लेकिन, इटली ने चीन के जख्म पर जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान ही चीन के जले पर नमक छिड़क दिया था। जी20 की बैठक में चीन को पहला झटका तब लगा था, जब भारत समेत 8 देशों ने इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप-इकोनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) का ऐलान कर दिया था।
चीन को अरबों डॉलर का नुकसान
इस कॉरिडोर के जरिए एशिया, मिडिल ईस्ट और यूरोप के बीच रेल और जहाज के जरिए कनेक्टिविटी स्थापित कर व्यापार और इंफ्रास्ट्रक्चर नेटवर्क तैयार किया जाएगा। लेकिन, चीन को दूसरा झटका तब लगा था, जब इटली की प्रधानमंत्री ने बेल्ट एंड रोड इनिशियएटिव (BRI) से निकलने का संकेत दे दिया। इतना ही नहीं इटली ने चीन की योजना को लेकर गहरी निराशा व्यक्त की। जाहिर है, इटली का बीआरईआ से निकलना, भाकत की बहुत बड़ी रणनीतिक जीत है और इसे मोदी सरकार की बड़ी डिप्लोमेट जीत मानी जा रही है। आपको बता दें, कि इटली के बीआरआई प्रोजेक्ट से निकलने से चीन को अरबों डॉलर का नुकसान होगा।
दोनों देश मजबूती के दायरे से निकलकर डिफेंस सेक्टर की तरफ बढ़ रहे हैं
अर्जेंटीना भी बीआरआई से निकलेगा! इसके अलावा, अर्जेंटीना और भारत के बीच भी संबंध अब मजबूती के दायरे से निकलकर डिफेंस सेक्टर की तरफ बढ़ रहे है। अर्जेंटीना ने भारत के तेजस फाइटर जेट में गहरी दिलचस्पी दिखाई है और बहुत संभावना है, कि भारत और अर्जेंटीना के बीच तेजस फाइटर जेट को लेकर डील हो जाए। लेकिन, अर्जेंटीना के नये राष्ट्रपति जेवियर माइली ने संकेत दिए हैं, कि अर्जेंटीना चीन के साथ सबंधों को कम करेगा और इस कड़ी में अर्जेंटीना, बीआरआई का हिस्सा नहीं रहेगा। आपको बता दें, कि चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) की शुरुआत साल 2013 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की थी। इसे सिल्क रोड भी कहा जाता है। इस प्रोजेक्ट के जरिए चीन, पूर्वी एशिया, यूरोप और अफ्रीका को जोड़ने पर काम कर रहा है। इस परियोजना की शुरुआत अफ्रीका, ओशिनिया और लैटिन अमेरिका में शुरू हुई है, इससे चीन के आर्थिक और राजनीतिक प्रभाव में काफी विस्तार हुआ है।
डिप्लोमेटिक रिश्तों को पर्सनल रिश्तों में भी तब्दील
पीएम मोदी और मेलोनी के बीच गहरे होते रिश्ते आपको बता दें, कि प्रधानमंत्री मोदी डिप्लोमेटिक रिश्तों को पर्सनल रिश्तों में भी तब्दील करते हैं और उन्होंने कई वैश्विक नेताओं के साथ निजी रिश्ते बनाए हैं। जिनमें ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जैर बोल्सेनारो, ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीशन, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन जैसे नेता शामिल रहे हैं और अब इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी भी पीएम मोदी की करीबी दोस्तों में शुमार हो गईं हैं। इस साल मार्च में नई दिल्ली में आयोजित रायसीना डायलॉग के आठवें संस्करण में इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की थी और इस दौरान ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। इसमें मेलोनी ने पीएम मोदी को दुनिया का सबसे पसंदीदा नेता बताया था। इटली की पीएम मेलोनी ने कहा था, कि यह साबित हो गया है, कि प्रधानमंत्री मोदी कितने महान नेता हैं। मेलोनी की बात सुनकर पीएम मोदी मुस्कुराते नजर आए थे। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा था, कि भारत और इटली के बीच 75 साल से राजनयिक संबंध हैं, लेकिन रक्षा संबंध नहीं रहे हैं। जिसकी अब शुरूआत की जा रही है। और इसी बैठक के दौरान, भारत और इटली के बीच स्टार्टअप ब्रिज की भी घोषणा की गई थी।
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