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जमीन घोटाले में सीबीआई ने दर्ज किए किसानों के बयान

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12:50 PM Apr 29, 2018 IST | Desk Team

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गुरुग्राम : राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की जमीन घोटाले पर मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आज सीबीआई की टीम ने गुरुग्राम में किसानों से मुलाकात कर उनके बयान दर्ज किए। सीबीआई ने कहा कि आपको कोई शिकायत है तो मुख्यालय आकर एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। सैकड़ों किसानों ने सीबीआई के सामने अपना दर्द बयान करते हुए कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने हमें नोटिस देकर डराया था कि जमीन एक्वायरमेंट हो रही और उसे कोडिय़ों के भाव में खरीदकर अरबपति बन गए। इसमें बउ़े बउ़े बिल्डर शामिल हैं। सीबीआई के भी सिकानों का दर्द सुनकर रौंगटे खड़े होकर क्योंकि कई किसान फूट फूटकर रोने लगे।

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साल 2009 में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन की मिली भगत से हजारों एकड़ जमीन का गलत सर्वे कराने और जमीन घोटाले के मामले में सीबीआई की एक टीम एसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में किसानों के बयान दर्ज किए। इस दौरान सीबीआई टीम काफी देर तक वहां जमी रही और स्पेस लैंड जाकर वहां की स्थिति का जायजा लिया। सीबीआई टीम के साथ किसान भी खाली पड़ी जमीन पर गए जहां पर टीम के सदस्यों ने किसानों से जानकारी हासिल की। किसानों ने सीबीआई को बताया कि पटवारी और हुडा ने जमीन का गलत सर्वे कराया और उनकी जमीन भी हड़प ली।

एसपी राजीव रंजन ने बताया कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और बहुत जल्द जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपी जाएगी। उन्होंने बताया कि जो किसान इस संबंध में शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं वह उपयुक्त साक्ष्य लेकर सीबीआई कार्यालय में आकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। आपको बता दें कि 40 एकड़ जमीन की जांच चल रही है। यह मामला उच्चतम न्यायालय में चल रहा है और पिछले साल एक नव बर को शीर्ष न्यायालय ने इसकी सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। तीन दिन पहले भी सीबीआई की एक टीम रामगढ़ गई थी।

जमीन घोटाले के संबंध में बताया जाता है कि साल 2009 में तत्कालीन सरकार ने किसानों को डराने के लिए 1417 एकड़ जमीन पर सैक्सन-4 लगा दिया। इस दौरान कुछ किसान औने-पौने दाम में अपनी जमीन को बिल्डरों को बेच दिया जिसके बाद बिल्डरों ने कब्जा कर लिया। इसके बाद 2010 में सरकार ने सैक्सन-6 और उसके बाद सैक्सन-9 लगाकर किसानों की 87 एकड़ जमीन को एक्वायर कर लिया। किसानों के अनुसार सरकार ने जमीन को बिल्डरों को बेच दिया। बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और इसकी सीबीआई जांच के आदेश हुए। इस ममाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंन्द्र सिंह हुडडा सहित कई प्रशासनिक अधिकारियों पर तलवार लटकी हुई हैं।

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– सतबीर भारद्वाज

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