टॉप न्यूज़भारतविश्वराज्यबिजनस
खेल | क्रिकेटअन्य खेल
बॉलीवुड केसरीराशिफलSarkari Yojanaहेल्थ & लाइफस्टाइलtravelवाइरल न्यूजटेक & ऑटोगैजेटवास्तु शस्त्रएक्सपलाइनेर
Advertisement

ग्रैंड ओल्ड पार्टी में घमासान! आदमपुर उपचुनाव में हार को लेकर शैलजा ने हुड्डा पर साधा निशाना

हरियाणा की आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी की हार से अंदरूनी कलह मची हुई है। कांग्रेस ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए अपनी ताकत झोंकी हुई थी।

02:31 PM Nov 08, 2022 IST | Desk Team

हरियाणा की आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी की हार से अंदरूनी कलह मची हुई है। कांग्रेस ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए अपनी ताकत झोंकी हुई थी।

हरियाणा की आदमपुर विधानसभा उपचुनाव में देश की ग्रैंड ओल्ड पार्टी की हार से अंदरूनी कलह मची हुई है। कांग्रेस ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए अपनी ताकत झोंकी हुई थी। चुनाव प्रचार की बागडोर  पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और उनके पुत्र एवं राजयसभा सांसद दीपेंदर हुड्डा ने संभाली हुई थी। 
कांग्रेस ने इस सीट पर हुड्डा कैंप के जयप्रकाश को उतारा था। हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने परिणाम पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव में उम्मीदवार के सेलेक्शन से लेकर प्रचार तक में ऐसा लगा कि एक ही परिवार चुनाव लड़ रहा है। कांग्रेस कहीं से भी राष्ट्रीय पार्टी जैसी नहीं दिखी, जिसमें सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व हो। खट्टर सरकार से नाराजगी के बावजूद कांग्रेस को हार मिली तो इसकी यही रही है। राज्य में कुमारी शैलजा कांग्रेस का एक बड़ा दलित चेहरा है। हुड्डा कैंप के दबाव बनाने के बाद ही उन्हें अध्यक्ष पद त्यागना पड़ा था। जिसके बाद पार्टी ने हुड्डा के करीबी उदयभान अध्यक्ष बनाया था।  
भाजपा के भव्य बिश्नोई ने दर्ज की थी जीत 
वहीं भूपिंदर हुड्डा ने इस चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुआ कहा कि कांग्रेस को इस सीट पर पहले से ज्यादा वोट मिले है और पार्टी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। हुड्डा ने कहा, इससे यह पता चलता है कि भाजपा का मुकाबला सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है। साथ ही उन्होंने शैलजा द्वारा लगाए गए आरोपों से दूरी बनाई। बता दें कि आदमपुर उपचुनाव में भाजपा के भव्य बिश्नोई ने जीत  दर्ज की थी। यह सीट उनके पिता कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। उपचुनाव में मुख्य रूप से भाजपा, कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी भाग लिया था लेकिन उसे 4 हजार से भी कम वोट मिले।       
Advertisement
Advertisement
Next Article