95 वर्षीय पूर्व केंद्रीय विदेश मंत्री नटवर सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन
देश के पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता नटवर सिंह का 95 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में चल रहा था, जहां वो भर्ती थे ।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर नटवर सिंह के निधन की पुष्टि की। सुरजेवाला ने एक्स पर लिखा कि पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह के निधन का समाचार दुखद है। ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें।
पूर्व विदेश मंत्री नटवर सिंह जी के निधन का समाचार दुखद है ।
ईश्वर उनके परिजनों को यह क्षति सहने की शक्ति दे और दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करें। pic.twitter.com/WAP3HQJlgF
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 10, 2024
भजनलाल शर्मा ने X पर लिखा, 'भारत सरकार में पूर्व विदेश मंत्री, पद्म विभूषण से सम्मानित कु. नटवर सिंह जी के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है। प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करें।'
भारत सरकार में पूर्व विदेश मंत्री, पद्म विभूषण से सम्मानित कु. नटवर सिंह जी के निधन का समाचार अत्यन्त दुःखद है।
प्रभु श्रीराम जी से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिवार को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करें ।ॐ शांति! pic.twitter.com/hwcUNjWwh3
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) August 10, 2024
कौन थे नटवर सिंह
नटवर सिंह एक प्रमुख कांग्रेसी थे, जिन्होंने यूपीए के दौर में डॉ. मनमोहन सिंह के अधीन काम किया था। सिंह राजस्थान के भरतपुर जिले के रहने वाले थे। उन्होंने अजमेर के मेयो कॉलेज और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से पढ़ाई की। साथ ही इनकी हायर एजुकेशन सेंट स्टीफंस कॉलेज से पूरी की। इसके बाद वह इंग्लैंड के कैंब्रिंज विश्वविद्यालय पढ़ाई करने चले गए थे. इनके पिता राजदरबार में अहम पद पर कार्यरत थे।
1984 में जॉइन की थी कांग्रेस
साल 1953 में नटवर सिंह को भारतीय विदेश सेवा (IFS) के लिए चुना गया था। इसमें उन्होंने 31 साल तक सेवाएं दी। उन्होंने चीन, न्यूयॉर्क, पोलैंड, इंग्लैंड, पाकिस्तान, जमैका और जाम्बिया समेत कई देशों में काम किया। इसके बाद 1984 में विदेश सेवा से इस्तीफा देने के बाद वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। उसी साल नटवर सिंह ने लोकसभा चुनाव लड़ा और उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया था।