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Drugs से लेकर, गोली चलाने तक बंदरों को दी जा रही हैं Training, फटाफट चोरी कर घर भी कर देते है साफ...

बंदरों को क्राइम की ट्रेनिंग दी जाती है। इस ट्रेनिंग में उनसे तस्करी, घरों की रेकी तक करवाई जाती है। घर की रेकी करने के बाद ये सबकुछ पता लगा लेते हैं। फिर बड़ी आसानी से अपने मालिक को जानकारी पास कर चोरी की घटना अंजाम देने में मदद करते हैं।

06:24 PM Sep 14, 2023 IST | Khushboo Sharma

बंदरों को क्राइम की ट्रेनिंग दी जाती है। इस ट्रेनिंग में उनसे तस्करी, घरों की रेकी तक करवाई जाती है। घर की रेकी करने के बाद ये सबकुछ पता लगा लेते हैं। फिर बड़ी आसानी से अपने मालिक को जानकारी पास कर चोरी की घटना अंजाम देने में मदद करते हैं।

drugs से लेकर  गोली चलाने तक बंदरों को दी जा रही हैं training  फटाफट चोरी कर घर भी कर देते है साफ
शहर हो या गांव हर जगह बंदरों का आंतक देखा जाता हैं। वहीं बंदरों के हमले की खबर भी आए दिन सामने आती रहती है। इसके अलावा लोगों के बीच बंदरों का इतना खौंफ हैं कि वे घर में रहते हुए भी अपने घरों को बंद करके रखते है। ताकि वे घर से कुछ चीज़ उठाकर न ले जाएं। खैर, इन सबसे तो आप वाकिफ ही होंगे साथ ही ये भी जानते होंगे की कुछ लोग बंदरों को पालते भी है लेकिन क्या आपको पता है कि कुछ लोग बंदरों को पाल कर उनसे चोरी करवाते है? ड्रग्स की सप्लाई करवाते हैं? नहीं पता तो अब जान लीजिए क्योंकि ये बंदर कब आपके भी घर पर हाथ मार दे ये आप भी नहीं जानते है।
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माना जाता है कि बंदर इंसानो के नजदीकी रिश्तेदार होते है और शायद इसी का फायदा कुछ लोग उठा कर बंदरों से चोरी करवाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि बंदरों को क्राइम की ट्रेनिंग दी जाती है। इस ट्रेनिंग में उनसे तस्करी, घरों की रेकी तक करवाई जाती है। घर की रेकी करने के बाद ये सबकुछ पता लगा लेते हैं। फिर बड़ी आसानी से अपने मालिक को जानकारी पास कर चोरी की घटना अंजाम देने में मदद करते हैं।
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मालूम हो, बंदरों का दिमाग इंसान की तरह ही तेज चलता है। इसी के चलते इन्हें क्रिमिनल बनाया जा रहा है क्योंकि इंसान अगर क्राइम कर पकड़ा जाएगा तो जेल चला जाएगा। लेकिन इन जानवरों के पकड़े जाने के बाद क्रिमिनल्स को कोई नुकसान नहीं होगा।
गौरतलब है कि अभी से ही नहीं बल्कि 2000 से पहले से ही बंदरों से चोरी करवाई जा रही हैं। 1999 में एक मामला बांग्लादेश से आया था, जिसने सबकों चौंका कर रख दिया था। बता दें, उस समय ढाका पुलिस ने मुन्नी और हामिद नाम के दो बंदरों को ड्रग्स की तस्करी करते हुए पकड़ा था। ये दोनों बंदर क्लाइंट्स को ड्रग्स सप्लाई करते थे और फिर उनसे पैसे वसूलते थे।
वहीं, एक मामला पिछले साल भी सामने आया था, जहां मेक्सिको पुलिस और एक गैंग के बीच फायरिंग हुई थी। इसमें पुलिस ने 11 गैंग मेंबर्स को मार गिराया था। हैरानी की बात ये है कि गोली लगने वालो में एक बंदर भी शामिल था यानी फायरिंग करने में भी इन्हें ट्रेन किया जा रहा है।
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Khushboo Sharma

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