सबको मुबारक
अश्विनी मिन्ना सिंगिंग अवार्ड बहुत सफलतापूर्ण सम्पन्न हुआ। 300 के करीब प्रविष्टियां थीं। सबसे बड़ी बात प्रविष्टी दुबई, अमेरिका, सिंगापुर से भी थी। साथ-साथ हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड से भी थी। कुल मिलाकर यह एक इंटरनेशनल कम्पीटिशन बन गया। जिसमें 3 श्रेणियां थीं जूनियर, सीनियर, सीनियर सिटीजन।
01:58 AM Jun 08, 2022 IST | Kiran Chopra
अश्विनी मिन्ना सिंगिंग अवार्ड बहुत सफलतापूर्ण सम्पन्न हुआ। 300 के करीब प्रविष्टियां थीं। सबसे बड़ी बात प्रविष्टी दुबई, अमेरिका, सिंगापुर से भी थी। साथ-साथ हरियाणा, यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड से भी थी। कुल मिलाकर यह एक इंटरनेशनल कम्पीटिशन बन गया। जिसमें 3 श्रेणियां थीं जूनियर, सीनियर, सीनियर सिटीजन।
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हमारे प्रसिद्ध जज के लिए निर्णय लेना बहुत मुश्किल था, क्योंकि सबने बहुत मेहनत की थी। जो जूनियर और सीनियर श्रेणी थी, उसमें तो बहुत सी बातें अलग से देखी गईं। जूनियर बच्चे जिनको दादा-दादी ने रिकमंड किया था, उनके अलग नम्बर थे। उनकी उम्र और उनका गीत गाने का अंदाज और उनकी भावना भी देखी गई।
जो सीनियर सिटीजन (वरिष्ठ नागरिक) कैटेगिरी की एंट्री गाने का स्टाइल देखा गया कम्पीटिशन इतना कठिन था कि सभी एक से एक बढ़कर थे। इसलिए निर्णय लिया गया कि पहली 10 पोजिशन को तो सर्टिफिकेट कैश प्राइज (नगद ईनाम) और गिफ्ट तो मिल ही रहा है क्यों न सबकी मेहनत देखते हुए सबको ही गिफ्ट दे दिए जाएं। इसलिए सभी श्रेणी के लोग अपना गिफ्ट हमारी हैल्पलाइन पर बात करके पंजाब केसरी के आफिस लेने आ सकते हैं और अपना सर्टीफिकेट पंजाब केसरी डॉट कॉम से डाउनलोड कर सकते हैं। सबसे ज्यादा कठिनाई आई जज को सीनियर वाली श्रेणी में निर्णय लेने की। मुझे तो अपने भारत के बच्चों पर गर्व हो रहा था। क्या टैलेंट है, क्या आवाज है, क्या सुर और ताल है। मुझे म्यूजिक यानी सुर-ताल की इतनी समझ नहीं है, परन्तु मुझे यह समझ लग रही थी। बहुत ही अच्छा गा रहे हैं। अभी कि जो मैंने अपने मन में निर्णय ले रही थी वो जज की लिस्ट से भिन्न था, क्योंकि वो इस कम्पीटिशन में बहुत कुछ देख रहे थे। सुर, ताल, एक्टिंग इत्यादि। देखें भी क्यों न यह वो श्रेणी थी जिसने बहुत आगे जाना है। इसी में से और सभी श्रेणी से संजय मलिक की टैलेंट हंट की कम्पनी है। कुछ लोगों को सितारों की खोज में चांस देगी और जो वहां परफोरमेंस दिखाएंगे उनको मुम्बई में भी चांस मिलेगा। जज के मुुताबिक उनको निर्णय करना बहुत मुश्किल था कि सब में थोड़ा-थोड़ा अंतर था, इसलिए मैं सबको मुबारकबाद देती हूं, जिनका नाम पहले 10 स्थान में आया। उनको भी और जिनका नहीं आया उनको भी। क्योंकि बहुत ही टैलेंट था। इस बार नहीं तो अगली बार यह कम्पीटिशन हर साल होगा। निर्णायकगण को भी बहुत धन्यवाद देती हूं, जिन्होंने टैलेंट को पहचाना।

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सबसे ज्यादा मुबारकबाद ओवरआल फर्स्ट आने वाली बेटी जिसने 1 लाख का ईनाम जीता है खुशी गोस्वामी जो वृंदावन से हैं और पुजारी की बेटी हैं। क्या कमाल किया है उसे अवार्ड अश्विनी जी के जन्मदिन पर मिलेगा, आप सबको बहुत-बहुत मुबारक।
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