केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे के बाद सख्त हुई सरकार, आर्यन एविएशन का ऑपरेशंस किया सस्पेंड
केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसे के बाद सख्त हुई सरकार
दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई जिससे उसमें सवार सभी लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के तुरंत बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया और शवों को पहचान कर उनके परिवारों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है.
Kedarnath Helicopter Crash: रविवार सुबह केदारनाथ धाम के समीप एक दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई. मृतकों में पांच यात्री, एक नवजात और एक पायलट शामिल हैं. यह हादसा उस समय हुआ जब आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का बेल 407 हेलीकॉप्टर गुप्तकाशी से केदारनाथ होते हुए वापसी कर रहा था, तभी खराब मौसम और अत्यधिक धुंध के कारण वह त्रिजुगीनारायण और गौरीकुंड के बीच जंगल क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना के बाद हेलीकॉप्टर में आग लग गई जिससे उसमें सवार सभी लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. हादसे के तुरंत बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया और शवों को पहचान कर उनके परिवारों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है. रुद्रप्रयाग जिले के आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के अनुसार, इस दुर्घटना का संभावित कारण अत्यधिक घना कोहरा और शून्य दृश्यता थी. उन्होंने बताया कि ऐसी स्थितियों में हेलीकॉप्टर उड़ाना बेहद खतरनाक होता है.
सरकार की सख्त कार्रवाई
दुर्घटना के तुरंत बाद नागर विमानन मंत्रालय ने चारधाम यात्रा क्षेत्र में हेलीकॉप्टर सेवाओं की निगरानी कड़ी कर दी है. मंत्रालय ने इसे Controlled Flight Into Terrain (CFIT) का संभावित मामला बताया है, जिसमें विमान सामान्य स्थिति में उड़ते हुए किसी वस्तु या जमीन से टकरा जाता है. इस दुर्घटना की विस्तृत जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जाएगी.
इस दौरान केंद्र सरकार ने आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के संचालन (ऑपरेशंस) को तुरंत प्रभाव से स्थगित (सस्पेंड) कर दिया है. इसके साथ ही, विमानन नियामक DGCA ने ट्रांसभारत एविएशन के दो पायलटों, योगेश ग्रेवाल और जितेंद्र हरजाई के लाइसेंस छह महीने के लिए रद्द कर दिए हैं. इन पायलटों को पूर्व में भी खराब मौसम में उड़ान भरते हुए पकड़ा गया था.
हेलीकॉप्टर सेवाएं दो दिन के लिए बंद
राज्य सरकार ने इस हादसे के मद्देनजर 15 और 16 जून को सभी चार्टर और शटल हेलीकॉप्टर सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया है. साथ ही UCADA के कमांड-एंड-कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली की समीक्षा के निर्देश भी दिए गए हैं.
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गंभीर सवाल खड़े करता है ये हादसा
यह हादसा एक बार फिर से चारधाम यात्रा के दौरान मौसम की स्थिति में हेलीकॉप्टर संचालन पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है. सरकार अब इस दिशा में और कड़े दिशा-निर्देश तैयार कर रही है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. राज्य और केंद्र सरकार ने इस दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है.