दिल्ली में AQI 400 पार, हवाओं में खुला जहर, सरकार ने लागू किया ग्रेप-3, इन प्रतिबंधो का पालन जरूरी
Grap 3 in Delhi: दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) "गंभीर" श्रेणी में दर्ज किया गया है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने हवा की स्थिति को सुधारने के लिए मंगलवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण के तहत कई सख्त नियम लागू किए हैं।
Grap 3 in Delhi: दिल्ली की हवा फिर हुई जहरीली
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, 10 नवंबर को दिल्ली का औसत AQI 362 था, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। अगले ही दिन, यानी 11 नवंबर की सुबह 9 बजे, यह बढ़कर 425 हो गया, जो “गंभीर” श्रेणी में है। इसका मतलब है कि दिल्ली की हवा सांस लेने लायक नहीं रह गई है।
Delhi NCR pollution: क्या है GRAP-3?
ग्रेप यानी Graded Response Action Plan एक ऐसी योजना है जो प्रदूषण के स्तर के हिसाब से चरणबद्ध तरीके से सख्त कदम उठाने की व्यवस्था करती है। ग्रेप-3 तब लागू किया जाता है जब AQI "गंभीर" श्रेणी में पहुंच जाए (401-450 के बीच)। इसका उद्देश्य प्रदूषण को नियंत्रित करना और लोगों के स्वास्थ्य को बचाना है।
Delhi Pollution vs Restrictions: ग्रेप-3 के तहत लागू प्रमुख पाबंदियां
- निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक: गैर-जरूरी निर्माण कार्य जैसे खुदाई, पाइलिंग, ट्रेंचिंग आदि पर प्रतिबंध रहेगा।
- पुराने वाहनों पर रोक: दिल्ली और एनसीआर के जिलों में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल चार पहिया वाहनों के चलने पर रोक होगी।
- डंपिंग और सामग्री परिवहन बंद: रेत, सीमेंट और अन्य निर्माण सामग्री को खुले में या कच्ची सड़कों पर लाने-लेजाने की मनाही होगी।
- स्टोन क्रशर और हॉट मिक्स प्लांट बंद: जो इकाइयां स्वच्छ ईंधन पर नहीं चलतीं, उन्हें तुरंत बंद करने के निर्देश हैं।
- डीजल जेनरेटर सेट पर रोक: जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी जगह डीजल जनरेटर का उपयोग नहीं किया जा सकेगा।
- बस और निजी वाहनों पर नियंत्रण: अंतरराज्यीय डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
- वर्क फ्रॉम होम की सलाह: निजी कंपनियों को कर्मचारियों को घर से काम करने या हाइब्रिड मोड अपनाने की सलाह दी गई है।
- स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं: प्रदूषण से बच्चों को बचाने के लिए कक्षा 5 तक की फिजिकल क्लास रोकने और ऑनलाइन पढ़ाई कराने की सलाह दी गई है।
किन्हें मिलेगी छूट?
हालांकि, सभी कार्यों पर रोक नहीं है। जरूरी सेवाओं जैसे रेलवे, मेट्रो, हवाई अड्डा, रक्षा, सफाई और स्वास्थ्य से जुड़ी परियोजनाओं को निर्धारित मानकों का पालन करते हुए काम जारी रखने की अनुमति दी गई है।
कहां कितना दर्ज हुआ AQI?
दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। कुछ प्रमुख स्थानों पर दर्ज एक्यूआई इस प्रकार रहा:
| क्षेत्र | AQI | श्रेणी |
|---|---|---|
| आनंद विहार | 442 | गंभीर |
| आईटीओ | 433 | गंभीर |
| मुंडका | 455 | गंभीर |
| रोहिणी | 451 | गंभीर प्लस |
| वजीरपुर | 460 | गंभीर प्लस |
| पंजाबी बाग | 451 | गंभीर प्लस |
| चांदनी चौक | 420 | गंभीर |
| अलीपुर | 434 | गंभीर प्लस |
| बवाना | 462 | गंभीर प्लस |
| गुरुग्राम सेक्टर-51 | 408 | गंभीर |
AQI स्केल क्या बताता है?
सीपीसीबी के अनुसार:
| AQI Range | Category |
|---|---|
| 0–50 | अच्छा |
| 51–100 | संतोषजनक |
| 101–200 | मध्यम |
| 201–300 | खराब |
| 301–400 | बहुत खराब |
| 401–500 | गंभीर |
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