Gujarat bridge collapse : डूबते बच्चे को बचाने की गुहार लगाती रही मां, कैमरे में कैद हुआ रूला देना वाला पल
वडोदरा : गुजरात के वडोदरा ज़िले में महिसागर नदी पर बने गांभीर पुल का एक हिस्सा बुधवार सुबह अचानक ढह गया, जिससे हुए दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। हादसे में अब तक 9 लोगों को बचाया गया, जबकि राहत व बचाव कार्य लगातार जारी है।
डूबते बच्चे को बचाने की गुहार लगाती रही मां
हादसे की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिनमें एक कमर तक पानी में खड़ी एक महिला अपने बेटे को बचाने की गुहार लगाती नजर आ रही है। "मारा छोकरा ने बचाओ रे" – वह चीखती रही, क्योंकि उसका बेटा कार में फंसा हुआ था। बेबस मां की पुकार सुनकर वहां मौजूद कई लोगों की आंखें भर आईं, पर कोई मदद नहीं कर सका।
5 वाहन नदी में गिरे, टैंकर
पुल टूटने के बाद पांच वाहन- दो ट्रक, दो वैन और एक ऑटोरिक्शा सीधे नदी में गिर गए। दो अन्य वाहन भी गिरने ही वाले थे, लेकिन उन्हें समय रहते बाहर निकाल लिया गया। एक टैंकर आठ घंटे बाद भी पुल पर लटका हुआ था, उसका चालक लापता है।
वीडियो देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें
बच्चे भी बने हादसे के शिकार
पुलिस ने पुष्टि की कि हादसे में एक दो साल का बच्चा और उसकी चार साल की बहन भी मारे गए। मृतकों में ज्यादातर वडोदरा और आणंद ज़िलों के रहने वाले थे। बचाए गए लोगों में से पांच को एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें चार पुरुष और एक महिला शामिल हैं। घायलों में एक राजस्थान के उदयपुर जिले का निवासी है। वडोदरा के कलेक्टर अनिल धमेलिया ने बताया कि हादसे के बाद तत्काल राहत व बचाव दल को मौके पर भेजा गया। वडोदरा के एसपी रोहन आनंद ने कहा, “अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है और 9 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। सभी का इलाज जारी है और गंभीर घायलों की हालत स्थिर है।”
40 साल पुराना पुल पहले से था जर्जर
यह हादसा महिसागर नदी पर बने लगभग 40 साल पुराने पुल पर हुआ, जो मध्य गुजरात को सौराष्ट्र क्षेत्र से जोड़ता है। राज्य सरकार की ओर से पहले ही इस पुल की स्थिति को लेकर चिंता जताई जा चुकी थी और ₹212 करोड़ की लागत से एक नया पुल बनाने का प्रस्ताव कुछ महीने पहले ही मंजूर किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर गहरा शोक जताया और मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि देने की घोषणा की। वहीं, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी पीड़ित परिवारों को ₹4 लाख की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया और घटना की तकनीकी जांच के आदेश दिए हैं।