Hartalika Teej Puja Samagri: हरतालिका तीज की पूजा में जरूर शामिल करें ये 12 सामग्री, बिना इनके पूजा मानी जाएगी अधूरी
Hartalika Teej Puja Samagri: हरतालिका तीज भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का प्रतिक है। यह तीज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है, इस साल यह 26 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं, कुछ जगहों पर कुंवारी कन्याएं भी अच्छा वर पाने के लिए ये व्रत रखती हैं।
मान्यता हैं कि माता पार्वती ने भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के लिए ये व्रत किया था। जिस प्रकार हरतालिका तीज को लेकर कुछ पूजा के नियम हैं, वैसे ही कुछ विशेष पूजा सामग्री भी होती हैं। जिनके बिना यह व्रत पूरा नहीं होता, चलिए जानते हैं हरतालिका तीज की पूजा सामग्री के बारे में।
हरतालिका तीज पूजा सामग्री लिस्ट (Hartalika Teej Puja Samagri)
1. हरतालिका तीज पर माता पार्वती, भगवान शिव और गणेश जी मूर्ति बनाने के लिए काली मिट्टी लाएं।
2. मिट्टी से खुद मूर्ति नहीं बना सकते तो बाहर से तस्वीर खरीद लें।
3. हरतालिका तीज व्रत की पूजा के लिए व्रत कथा, शिव, गणेश आती पुस्तक खरीद लें।
4. एक लकड़ी की चौकी और उसपर बिछाने के लिए लाल या पीले रंग का कपड़ा खरीद लें।
5. माता पार्वती को अर्पित करने के लिए एक चुनरी और साड़ी।
6. भगवान शिव और गणेश जी के लिए नए वस्त्र और जनेऊ खरीदें।
7. माता पार्वती को अर्पित करने के लिए सुहाग का सोलह श्रृंगार खरीदें।
8. पूजा के लिए माला, फूल, कुमकुम, सिंदूर, बेलपत्र, धतूरा और भाग खरीदें।
9. पीतल या मिट्टी का एक कलश, जटा वाला नारियल, आम के पत्ते और केले का पौधा।
10. मिठाई, गाय का दूध, दही, नैवेद्य और गंगाजल।
11. धूप, चन्दन, दीप, कपूर, दूर्वा, सुपारी, पान और अक्षत।
12. हरतालिका तीज पर दान करने के लिए अन्न, वस्त्र, फल आदि खरीदें।
हरतालिका तीज पूजा विधि (Hartalika Teej Puja vidhi)
हरतालिका तीज का व्रत निर्जला होता है। सुबह उठकर सबसे पहले स्नान कर लें। इसके बाद अपने पति के साथ मिलकर भगवान शिव का गंगाजल, दूध, दही, शहद से अभिषेक करें, इसके अलावा भांग, धतूरा, फूल और बेलपत्र अर्पित करें। उसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की साथ में पूजा करें। शाम को मिट्टी से भगवान शिव और माता पार्वती की मूर्ति बनाकर नए वस्त्र पहनाएं, फूल माला चढ़ाएं और पूजा करें। पूजा में माता पार्वती को सुहाग का सामान अर्पित करें और अपने पति की लंबी आयु की कामना करें। इसके बाद माता पार्वती और शिव मंत्रों का जाप करें और आरती करें।
माता पार्वती के मंत्र (Mata Parvati Mantra)
1. ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः’
2. ॐ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा
3. ॐ गौरी देव्यै च विद्महे, कामराजाय धीमहि। तन्नो दुर्गा प्रचोदयात्।
4. या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।
शिव जी के मंत्र (Shiv Ji Mantra)
1. ॐ नमः शिवाय ।।
2. ॐ नमो भगवते रुद्राय नमः।।
3. ॐ पशुपतये नमः ।।
4. ॐ नमो नीलकण्ठाय नम:।।
Disclaimer: इस लेख में बताए गए तरीके और सुझाव सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित है, Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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