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हेल्‍दी बिहार, वेल्‍दी बिहार के जरिये दिया गया समाज को स्‍वस्‍थ रहने का संदेश

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07:10 PM Apr 08, 2018 IST | Desk Team

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हेल्‍दी बिहार  वेल्‍दी बिहार के जरिये दिया गया समाज को स्‍वस्‍थ रहने का संदेश

पटना : राजधानी पटना के ज्ञान भवन में आज मौर्या हेल्थ फाउंडेशन द्वारा हेल्दी बिहार, वेल्दी बिहार विषय पर चर्चा आयोजित कर समाज को स्वस्थ रखने का संदेश दिया गया। इसमें बिहार और झारखंड से लगभग 700 से भी अधिक डॉक्टरों ने भाग लिया और समाज को स्वस्थ बनाने के तरीकों पर विस्तृत रूप से चर्चा की। बाद में मिलन समारोह का भी आयोजन किया गया। इस दौरान आईजीआईएमएस में न्यूरोलॉजी विभाग के HOD डॉ ओम कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का लक्ष्‍य बिहार को स्‍वस्‍थ बनाने के लिए है। इसमें कम खर्च में बेहतर और गुणवत्तापूर्ण इलाज की सुविधा प्रदान करने के विषय पर भी चर्चा हुई। उन्‍होंने कहा कि बहुत सी बीमारी ऐसी हैं, जो खान – खान और व्‍यायाम से भी ठीक हो सकते हैं। इसके अलावा उन्‍होंने कहा कि इस परिचर्चा में आयुष चिकित्‍सक भी भाग ले रहें, जोकि कृषक समाज द्वारा हर्बल मेडिसीन से इलाज करते हैं। इसके लाभ और इसे तैयार करने के तरीके पर भी चर्चा हुई।

पीएमसीएच में न्‍यूरोलॉजी विभाग के डॉ अशोक कुमार ने परिचर्चा के दौरान कहा कि आज लोगों को अपनी डाइट और दिनचर्या का भी ख्‍याल रखना चाहिए। इस वजह से भी कई बीमारियां होती हैं। आज भागदौड़ भरी जिंदगी में अक्‍सर लोग इन चीजों को इग्‍नोर करते हैं। जिसका खामियाजा उनको बीमारी के रूप में चुकानी पड़ती है। इसलिए अपने दिनचर्या को सामान्‍य बना कर रखना चा‍हिए। पारस हॉस्‍पीटल के डॉ आर एन टैगोर ने भी परिचर्चा के दौरान कई महत्‍वपूर्ण बातों पर चर्चा की और कहा कि आज के समय में स्‍वास्‍थ्‍य को ठीक रखना एक चाइलेंज से कम नहीं है। थोड़ी सी भी लापरवाही का सेहत पर सीधा पड़ता है। इसलिए अगर शरीर में किसी भी तरह की विकृति आये, तो तुरंत चिकित्‍सकों से परामर्श करना चाहिए। ताकि बीमारी को शुरूआत के दौर में ही पहचान कर उसका इलाज कर दिया जाना चाहिए।

वहीं, आयुर्वेद कॉलेज पटना के डॉ अरूण कुमार सिंह ने कहा कि आज चिकित्‍सा की कई पद्धतियां उपलब्‍ध हैं, मगर बीमारियों से बचाव बेहतर विकल्‍प है। मगर ऐसा नहीं हो तो चिकित्‍सकों से परामर्श के बाद बेहतर उपचार कराने से ही हमारा समाज स्‍वस्‍थ और तंदरूस्‍त रह सकेगा। कहा भी गया है शरीर से बड़ा मंदिर कोई नहीं है, इसलिए इसकी पूजा यानी इसको तंदरूस्‍त रखना आज बेहद जरूरी हो गया है। डॉ एस पी सिंह ने कहा कि आज समाज के हर एक इंसान को अपने स्‍वास्‍थ्‍य के लिए सोचना चाहिए, क्‍योंकि जब तक आप स्‍वस्‍थ नहीं होंगे। तब तक समाज भी स्‍वस्‍थ नहीं होगा। इस परिचर्चा का मकसद भी समाज के लोगों को जागरूक करना है।

इस परिचर्चा में पावापुरी मेडिकल कॉलेज के डॉ के के मणि ने बताया कि इस परिचर्चा में उन सभी बीमारियों पर चर्चा हुई, जिनसे आज समाज मे ज्यादा से ज्यादा लोग परेशान हैं। पावापुरी कॉलेज के डॉ के के मणि, पीएमसीएच के डॉ अशोक कुमार, एनएमसीएच के डॉ सयाज कुवर और डॉ एन के सिंह, आईजीआईएमएस के डॉ वी के वेणु और डॉ दिनेश कुमार, एसकेएमसीएच के डॉ बच्‍चा पाल और एम्‍स पटना के डॉ अभ्‍युदय कुमार ने भी परिचर्चा में हिस्‍सा लेकर अपनी बात रखी। गौरतलब है कि डॉ पंकज कुमार (organising president) ने मोर्य हेल्‍थ फाउंडेशन को आगे बढाने में काफी सहयोग किया है. डॉ परवीन मौर्या ने समारोह को कामयाब बनने में डॉक्टरों को में सोशल मीडिया का सहारा लिया. डॉ आलोक, डॉ विनोद, डॉ मनोज, डॉ वैभव और डॉ बर्जेश का काम ससराहनीय रहा। डॉ सुदेश कुमार ने मौर्य हेलथ फाउंडेशन के मकसद से सभी को औगत कराया और जिला के सभी डॉक्टरों को जोड़ने की सलाह दिया ।

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