चेन्नई में भारी बारिश का कहर, जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त
चेन्नई में लगातार हो रही बारिश के बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के निर्देश पर प्रशासन ने राहत और पुनर्वास कार्यों में तेजी लाई है। चेन्नई कॉरपोरेशन की टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं ताकि शहर के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या न हो और यातायात सामान्य रूप से चलता रहे। अधिकारियों के मुताबिक, शहर के 22 सबवे टनल से बारिश का पानी पूरी तरह हटा दिया गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई है। इसके लिए 1,436 मोटर पंप लगाए गए, जो निचले इलाकों में जलभराव रोकने का काम कर रहे हैं। साथ ही, राहत कार्यों के लिए अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में उपकरण मंगाए गए हैं। 299 ड्रेजिंग मशीनें, 73 सीवर सक्शन वाहन और 298 जेटिंग वाहन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखे गए हैं।
बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए विशेष इंतजाम
बारिश से प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने भोजन वितरण की विशेष व्यवस्था की है। बीते 24 घंटे में करीब 3,97,900 लोगों को खाने का इंतजाम कराया गया। 22 अक्टूबर को 68 रसोईघरों से 1,48,450 लोगों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की गई थी, 76 रसोईघरों से 2,20,950 लोगों के लिए दोपहर के भोजन तैयार किए गए थे। 15 रसोईघरों से 27,000 लोगों के लिए रात के खाने वितरित किए गए। इन रसोईघरों के अलावा, कई राहत शिविरों में भी लोगों को लगातार भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। चेन्नई मेट्रोपॉलिटन वॉटर सप्लाई एंड सीवरेज बोर्ड ने बारिश के बीच यह सुनिश्चित किया कि लोगों को पीने के पानी की कोई कमी न हो। बोर्ड ने 454 टैंकरों के जरिए शहर में पानी की सप्लाई की।
नागरिकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
इसके अलावा, 106 रसोईघरों और 215 बाढ़ राहत केंद्रों को भी लगातार पानी की आपूर्ति की जा रही है। जलनिकासी के लिए लगाए गए 1,436 पंपों में से 150 पंप 100 हॉर्सपावर क्षमता के हैं, जबकि 500 ट्रैक्टर-माउंटेड पंप निचले इलाकों में तैनात किए गए हैं ताकि पानी जल्द से जल्द निकाला जा सके। 17 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच तेज हवाओं और बारिश के कारण 24 पेड़ गिर गए, जिन्हें नगर निगम की टीमों ने तुरंत हटाया। प्रशासन ने नागरिकों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी की है। चेन्नई कॉरपोरेशन से जुड़ी शिकायतों के लिए अपने फोन से 1913 डायल कर सकते हैं। वहीं, पानी की आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के लिए 1916 डायल कर सकते हैं। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी समस्या की जानकारी तुरंत हेल्पलाइन पर दें ताकि समय पर सहायता उपलब्ध कराई जा सके।

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