Hindi Poetry: वाह वाह करते थकेंगे नहीं, Jaun Elia के ये शेर दिल में उतर जाएंगे
जौन एलिया की शायरी, जो दिल में उतर जाए
09:15 AM Mar 26, 2025 IST | Prachi Kumawat
Advertisement
“मैं भी बहुत अजीब हूँ इतना अजीब हूँ कि बस
ख़ुद को तबाह कर लिया और मलाल भी नहीं”
“ये मुझे चैन क्यूँ नहीं पड़ता
एक ही शख़्स था जहान में क्या”
“जो गुज़ारी न जा सकी हम से
हम ने वो ज़िंदगी गुज़ारी है”
“यूँ जो तकता है आसमान को तू
कोई रहता है आसमान में क्या”
“किस लिए देखती हो आईना
तुम तो ख़ुद से भी ख़ूबसूरत हो”
“सारी दुनिया के ग़म हमारे हैं
और सितम ये कि हम तुम्हारे हैं”
“और तो क्या था बेचने के लिए
अपनी आँखों के ख़्वाब बेचे हैं”
“बहुत नज़दीक आती जा रही हो
बिछड़ने का इरादा कर लिया क्या”
Advertisement