Numerology से बनाए लाइफ को और अधिक परफेक्ट
Numerology: प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में उसका एक विशेष अंक होता है, जिसे आम बोलचाल की भाषा में मूल अंक या मूलांक कहा जाता है। इसके दो सिद्धांत प्रचलित हैं। पहले के अनुसार जो आपकी जन्म तारीख है वही आपका मूलांक होगा। जैसे 5 दिसम्बर 1982 को आपका जन्म हुआ है तो आपका जन्म मूलांक 5 होगा। इसी प्रकार से दूसरी विधि में तारीख के साथ ही माह और वर्ष के अंक भी जोड़े जाते हैं और उनके योगफल के आधार पर ही मूलांक प्राप्त किया जाता है। जैसे 5 1 2 1 9 8 2- 28, 2 8- 10- 1, इस प्रकार से समान तारीख को जन्में जातक का मूलांक 1 होगा। मैंने अपनी पुस्तक अंक ज्योतिष में तारीख, माह और वर्ष के अंकों के आधार पर जो मूलांक प्राप्त होता है उसकी अनुशंसा की है।
अपने नम्बर की शक्ति को कैसे बढ़ाएं
मैं यहां स्थूल रूप से अपने अंक की ताकत को बढ़ाने के कुछ सरल सूत्र बता रहा हूं। इनके आधार पर शनै-शनै आपके अंक की शक्ति बढ़ती रहती है और वास्तव में कौनसा मूलांक जीवन को प्रभावित करेगा। जब हमें मूलांक के संबंध में जानकारी हो जाए तो सर्वप्रथम उस अंक के प्रभाव को अपने जीवन में बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। इस प्रकार से हमारे दैनिक कार्यक्रम और मूलांक के परस्पर सामंजस्य से जीवन में उस अंक का प्रभाव बढ़ने लगता है। इस संबंध में मैं कुछ सूत्र नीचे दे रहा हूं जो कि पाठकों के लिए उपयोगी होंगे।
- हमेशा ध्यान रखें कि जहां भी आपको कुछ अंक लिखने हों वहां हमेशा मूलांक को तवज्जो देनी चाहिए।
- आपका जो भी शुभ अंक है वह आपके मोबाईल नम्बर में कम से कम दो या अधिक बार आना चाहिए।
- मोबाईल के अनलाॅक नम्बर में मूलांक का होना बहुत जरूरी है।
- यदि संभव हो तो आप जो कार या बाईक चलाते हैं उसके कुछ नम्बरों का आपके मूलांक से सामंजस्य रखना लाभदायक होगा।
- जहां भी आपको नम्बर चुनने का विकल्प मिले वहां अपने मूलांक के नम्बर को प्राथमिकता देनी चाहिए।
- होटल में रूकने के दौरान यदि संभव हो तो ध्यान रखें कि कमरे के नम्बरों में आपके मूलांक का नम्बर जरूर होना चाहिए।
- जब खरीददारी में अंकों के अनुसार खरीद करना हो तो अपने मूलांक के नम्बर जितना या उसके गुणक में खरीद करना चाहिये।
Astrologer Satyanarayan Jangid
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