करवाचौथ के खास मौके पर पति जरूर करें ये 3 काम,दम्पति को जीवन में मिलेगी तरक्की
इस बार करवा चौथ का त्योहार 17 अक्टूबर के दिन मनाया जाएगा। यह व्रत हिंदू रीति रिवाजों में कई मयानों में बहुत खास होता है।
06:36 AM Oct 10, 2019 IST | Desk Team
इस बार करवा चौथ का त्योहार 17 अक्टूबर के दिन मनाया जाएगा। यह व्रत हिंदू रीति रिवाजों में कई मयानों में बहुत खास होता है। करवा चौथ का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। यह व्रत कार्तिक हिंदू में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी पर किया जाता है।
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करवा चौथ के व्रत में शिव पार्वती,कार्तिकेय,गणेश और चंद्रमा की पूजा की जाती है। महिलाएं सुबह से ही निर्जला व्रत रखती हैं और रात के वक्त चंद्रमा को अध्र्य देकर अपना व्रत खोलती हैं। वहीं ज्योतिषाचार्य की माने तो इस बार करवाचौथ में महासंयोग बन रहा है। इस महासंयोग में पत्नियां अपने पति की लंबी आयु के लिए बताए गए कुछ उपाय कर सकती हैं। वैसे बदलते समय के अनुसार अब करवा चौथ का व्रत पति भी रखते हैं। तो यही इन्हीं सब चीजों को देखते हुए इस करवाचौथ पति-पत्नी को बताए गए यह 3 काम जरूर करने चाहिए।
ये 3 काम करें महिलाएं…
पति-पत्नी के बीच प्रेम संबंध को मजबूत करने के लिए करवा चौथ के दिन महिलाओं को गणेश जी को गुड़ जरूर चुढ़ाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से उनके दाम्पत्य जीवन में खूब सारी मिठास घुल जाएगी।
ऐसा कहा जाता है कि यदि पति-पत्नी के बीच ज्यादा झगड़ा रहता है या फिर अक्सर मनमुटाव होता रहता है तो इससे छुटकारा पाने के लिए करवाचौथ के दिन झाडू की दो सींकों को उल्टा और सीधा क्रम में रख दें अब इन्हें नीले धागे से बांधकर घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में रख दें। यदि आप बताया गया यह उपाय करते हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में जल्द ही सुधार आ जाएगा।
यदि आप चाहती हैं कि आपका पति आपसे हमेशा प्यार करें और आपको कभी धोखा न दें तो करवाचौथ के दिन एक लाल कागज पर सुनहरे पेन से अपने पति का नाम लिख दें उसके बाद उसे एक लाल कपड़े में दो गोमती चक्र और 50 ग्राम पीली सरसों के साथ रख लें। इसके बाद आप इस पोटली को छिपाकर रख दें और एक साल बाद इस पोटली को नदी में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आपका पति हमेशा आपकी बात मनेगा।
पति करें ये 3 काम…
पति इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि करवा चौथ में जितना महत्व पूजा और व्रत का होता है उतना ही ज्यादा करवा चौथ की कथा का भी होता है। क्योंकि इस कथा में भगवान गणेशजी के वरदान की कहानी है जिसे सुनने से भाग्य जागता है। इसलिए करवाचौथ के दिन हर पति को इस कथा को ध्यानपूर्वक सुनना चाहिए।
पति-पत्नी का जन्म जन्मांतर के लिए अटूट प्रेम बंधन तभी जीवंत रह सकता है जब आपने सच्चे वायदे पूरे करने की कसम खाई हो और उसे पूरा करने का रूप प्रदान किया हो। क्योंकि जीवनसाथी से धोखा करना सबसे ज्यादा गलत बात है जिससे आपसी विश्वास का ठेस पहुंचती है।
इन सभी संकल्पों को आप आत्मसात कर लें और याद रखें करवा चौथ का असली महत्व तभी सार्थक होगा। जब पति-पत्नी दोनों निश्चिंत होकर एक-दूसरे के सहयोग से अपनी दुनिया सजाने के बारे में सोचेंगे।
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