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मुझे कितना भी सीट मिले उसकी परवाह नहीं, मगर 2019 में नरेन्द्र मोदी और नितीश कुमार को भगाना मेरा लक्ष्य : जीतन राम मांझी

छोडक़र मेरे कार्यक्रम में आते हैं और मेरी बात को सुनते हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है अपराध का ग्राफ बढ़ा है और नीतीश कुमार गहरी निंद्रा में सोये हुए हैं।

07:41 PM Dec 13, 2018 IST | Desk Team

छोडक़र मेरे कार्यक्रम में आते हैं और मेरी बात को सुनते हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है अपराध का ग्राफ बढ़ा है और नीतीश कुमार गहरी निंद्रा में सोये हुए हैं।

पटना : बीते 10 दिसम्बर को यूपीए की बैठक की गयी जिसमेंं सारे विपक्षी पार्टी शामिल हुए केवल बसपा के पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री बहन मायावती और सपा के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नहीं पहुंचे। बाकी सारी पार्टी पहुंची, जिसमें चर्चा किया गया कि 2019 में किसी तरह एनडीए को भगाना है। क्योंकि एनडीए जात-पात, मजहब के नाम पर देश को बांटना चाह रही है। ये बातें आज पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सह विधान पार्षद सदस्य डॉ संतोष कुमार सुमन उर्फ संतोष मांझी को अधिकृत किया गया है।

महागठबंधन की अगली बैठक दिल्ली में 19-20 दिसम्बर को होगी। इसके बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलेंगे, बाद में सीट शेयरिंग का मामला आयेगा। सीट शेयरिंग के मामले में मेरा कोई डिमांड नहीं है। मगर सभी राजनीतिक पार्टियों की तरह हम भी अपना कार्यक्रम कर रहे हैं। मेरा एक ही लक्ष्य एनडीए को भगाना है और देश को बचाना है। उन्होंने कहा कि उपेन्द्र कुशवाहा एनडीए को त्याग पत्र देकर आयें है चाहे वे कांग्रेस में जायेंगे या महागठबंधन में जायेगे या तिसरा मोर्चा बनायेंगे, यह कुशवाहा जी ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है।

उन्होंने एक प्रश्न के उतर में कहा कि मेरे बेटा को हम पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड के सदस्य इसलिए बनाया गया कि हम 18 साल से राजनीतिक में कोई नौकरी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने रामविलास पासवान पर हमला करतें हुए कहा कि उनका बेटा फिल्म में नचनिया था वे राजनीतिक पार्टियों को विश्वास में न लेकर अपने बेटे को पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष बनाया।

हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा का प्रमंडलीय पहला बैठक पूर्णिया में, दूसरा गया इसके बाद बगहा और सीतामढ़ी में होना है। पूर्णिया में दलित सम्मेलन बुलाया गया था उसमें सबसे ज्यादा भीड़ हमारी प्रमंडलीय सम्मेलन में थी। गया में तो भीड़ को देखकर लोग कहते थे कि प्रधानमंत्री के सभा में इतनी भीड़ नहीं होती है। उन्होंने कहा कि धान के कटनी का समय है गरीब, मजदूर, दलित, महादलित, अगड़ा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक सभी मजदूरी छोडक़र मेरे कार्यक्रम में आते हैं और मेरी बात को सुनते हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है अपराध का ग्राफ बढ़ा है और नीतीश कुमार गहरी निंद्रा में सोये हुए हैं।

वे पटना और जिला के अगल बगल में विकास को देखकर सोंचते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी मेरा विकास पहुंच गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ग्रामीण क्षेत्रों में विकास देखने के लिए गरीब का चश्मा लगाना पड़ेगा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष वृषिण पटेल, ई. अजय यादव, पूर्व मंत्री महाचन्द्र प्रसाद सिंह, अनामिका पासवान, अखिलेश, दानिश रिजवान, अमरेन्द्र त्रिपाठी इत्यादि उपस्थित थे।

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