क्रिकेट को डकवर्थ लुईस का नियम देने वाले टोनी लुईस का निधन, ICC ने जताया शोक
ऑस्ट्रेलिया के प्रोफेसर स्टीवन स्टर्न ने 2014 में मौजूदा स्कोरिंग-रेट के हिसाब से इसे संशोधित किया और फिर से इसे डकवर्थ लुईस स्टर्न (डीएलएस) के नाम से पुकारा जाने लगा।डकवर्थ-लुईस-स्टर्न को 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए विश्व कप में पहली बार प्रयोग में लाया गया था
08:25 PM Apr 02, 2020 IST | Desk Team
सीमित ओवरों के क्रिकेट में बारिश के कराण प्रभावित मैचों के लिए डकवर्थ-लुईस-स्टर्न नियम तैयार करने में मुख्य भूमिका निभाने वाले टोनी लुईस का निधन हो गया है। लुईस की 78 वर्ष की आयु में निधन हुआ। बता दें, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने साल 1999 में इस नियम को अपनाया था।
आईसीसी ने डकवर्थ लुईस का नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस के निधन पर शोक जताया है। लुईस ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में वर्षा बाधित मैचों के लिए डकवर्थ-लुईस-स्टर्न विधि तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी।
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक ज्योफ अलार्डिस ने कहा, क्रिकेट में टोनी का बहुत बड़ा योगदान है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दोबारा लक्ष्य निर्धारित करने की मौजूदा प्रणाली दो दशक से भी अधिक समय पहले उनके और फ्रैंक (डकवर्थ) द्वारा विकसित प्रणाली पर आधारित है।
उन्होंने कहा, आने वाले वर्षों में भी क्रिकेट के खेल के प्रति उनके योगदान को याद किया जाएगा। हमें उनके परिवार और मित्रों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हैं। लुईस ने अपने साथी गणितज्ञ फ्रैंक डकवर्थ के साथ मिलकर वह नियम बनाया था, जिससे मौसम के कारण प्रभावित हुए मैच में रनों का पीछा करने को तर्कसंगत बनाया जा सके। आईसीसी ने 1999 में खेले गए विश्व कप में इस नियम को अपनाया था।
ऑस्ट्रेलिया के प्रोफेसर स्टीवन स्टर्न ने 2014 में मौजूदा स्कोरिंग-रेट के हिसाब से इसे संशोधित किया और फिर से इसे डकवर्थ लुईस स्टर्न (डीएलएस) के नाम से पुकारा जाने लगा।डकवर्थ-लुईस-स्टर्न को 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए विश्व कप में पहली बार प्रयोग में लाया गया था।
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