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'अपनी हद में रहो वरना...', India ने Pakistan की गीदड़भभकी का दिया करारा जवाब

09:30 PM Aug 14, 2025 IST | Amit Kumar
 अपनी हद में रहो वरना      india ने pakistan की गीदड़भभकी का दिया करारा जवाब
India ने Pakistan की गीदड़भभकी का दिया करारा जवाब

India ने एक बार फिर Pakistan को उसकी भड़काऊ बयानबाज़ी के लिए कड़ी चेतावनी दी है। India ने साफ शब्दों में कहा है कि Pakistan अपनी हद में रहे वरना गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर के हालिया बयानों पर विदेश मंत्रालय ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। हाल ही में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अमेरिका के एक निजी कार्यक्रम में भारत को परमाणु हमले की धमकी दी थी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के अस्तित्व पर खतरा आया तो वह "आधी दुनिया को ले डूबेगा"।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा उन्होंने सिंधु नदी को लेकर भी भारत को चेतावनी दी कि अगर भारत ने वहां बांध बनाया, तो उसे मिसाइलों से तबाह कर दिया जाएगा। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी सिंधु जल समझौते को लेकर भारत को धमकाया। उन्होंने कहा कि भारत को पाकिस्तान का एक बूंद पानी भी नहीं लेने दिया जाएगा और अगर ऐसा हुआ तो भारत को ऐसा सबक सिखाया जाएगा जिसे वह कभी नहीं भूल पाएगा।

India ने दिया करारा जवाब 

इन बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि Pakistan बार-बार भारत के खिलाफ गलत और नफरत भरे बयान देता है ताकि वह अपने आंतरिक असफलताओं से ध्यान भटका सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर पाकिस्तान ने कोई दुस्साहस किया, तो उसे उसका करारा जवाब मिलेगा, जैसा कि पहले भी दिया गया था।

सिंधु जल समझौते पर भारत का रुख

भारत ने साफ किया है कि वह सिंधु जल समझौते पर मध्यस्थता कोर्ट (Permanent Court of Arbitration - PCA) के फैसले को नहीं मानता। भारत का कहना है कि इस कोर्ट का गठन संधि के नियमों के खिलाफ हुआ है और इसलिए उसका फैसला मान्य नहीं है। 27 जून को कोर्ट ने कहा था कि भारत को सिंधु जल संधि के अनुसार पाकिस्तान को पानी देना होगा, लेकिन भारत ने इस फैसले को खारिज कर दिया।

भारत-अमेरिका संबंध पर भारत की बात

रणधीर जायसवाल ने भारत-अमेरिका रिश्ते पर कहा कि दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी है। यह रिश्ता साझा हितों और आपसी सम्मान पर आधारित है और भविष्य में भी यह सहयोग जारी रहेगा।

भारत-चीन सीमा व्यापार का किया जिक्र

भारत सरकार चीन के साथ लिपुलेख (उत्तराखंड), शिपकी ला (हिमाचल प्रदेश) और नाथू ला (सिक्किम) दर्रों के जरिए सीमा व्यापार को दोबारा शुरू करने की कोशिश कर रही है। विदेश मंत्रालय ने बताया कि इस पर बातचीत जारी है और जैसे ही कोई फैसला होगा, जानकारी दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) दौरे को लेकर फिलहाल अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

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