भारत ने Rice की रिकॉर्ड फसल से इथेनॉल उत्पादन बढ़ाया
भारत में Rice की फसल और स्टोरेज को तेजी से बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे है। बता दें कि अब रिकॉर्ड मात्रा में चावल को इथेनॉल उत्पादन के लिए आवंटित किया जा रहा है। क्योंकि देशभर में चावल को स्टोरेज करने के लिए भंडारण की सुविधा को बढ़ा दिया गया है। साथ ही फसल बढ़ने की भी संभावना है। बता दें कि बारिश के कम होने और फसल खराब होने की वजह से चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था लेकिन अब इन प्रतिबंधो को भी हटा दिया गया है। माना जा रहा है कि अच्छी बारिश होने से फसल भी अच्छी होगी।
इथेनॉल लक्ष्य कब होगा पूरा
भारत ने वर्ष 2025-26 में 20 प्रतिशत तक पेट्रोल में इथेनॉल को मिक्स करने का लक्ष्य रखा है और भारत इस लक्ष्य को पूरा करने की कगार पर खड़ा है। वहीं वर्ष में 14.6 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा गया था क्योंकि गन्ने का उत्पादन वर्ष 2024 में घटा था और चीनी के उपयोग को भी घटाने में मजबूर होना पड़ा था।
कितना किया गया चावल का आवंटन
FCI ने इथेनॉल के लिए लगभग 5.2 मिलियन मीट्रिक RICE को आवंटित किया गया, वहीं वर्ष 2024 में इथेनॉल के लिए सिर्फ 3 हजार से भी कम चावल का आवंटन किया गया था। बता दें कि वैश्विक निर्यात के लिए लगभग 9 प्रतिशत चावल का हिस्सा शामिल किया गया है। साथ ही FCI के पास वर्ष 2025 के जून महिने तक 59.5 मिलियन मीट्रिक टन का भंडार शामिल है।
अच्छी बारिश की उम्मीद
फसलों के लिए अच्छी बारिश आने की जरूरत सभी किसानों को होती है, वहीं जरूरत से अधिक बारिश होना या कम होने पर भी किसानों को भारी नुकसान होता है। इस वर्ष माना जा रहा है कि अच्छी बारिश होने की उम्मीद है जिससे फसलों का भी अधिक उत्पादन होगा।
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