आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले को लेकर एसिड अटैक पीड़िताओं ने निकाला कैंडल मार्च
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या मामले लखनऊ की एसिड अटैक पीड़िताओं ने कैंडल मार्च निकालकर इस घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बता दें कि इस घटना को लेकर देशभर के डॉक्टरों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी कड़ी में लखनऊ में एसिड अटैक पीड़िताओं ने अपनी एकजुटता का संदेश देकर इस घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
- डॉक्टर हत्या मामले में लखनऊ की एसिड अटैक पीड़िताओं ने कैंडल मार्च निकाला
- इस घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की
- इस घटना को लेकर देशभर के डॉक्टरों में आक्रोश देखने को मिल रहा है
यह भयानक क्राइम- माधुरी मिश्रा
कैंडल मार्च में शामिल माधुरी मिश्रा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “ये साइलेंट कैंडल मार्च हम कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए कुकृत्य के विरोध में निकाल रहे हैं। यह भयानक क्राइम है। उन्होंने कहा कि एसिड अटैक सर्वाइवर ने कैंडल मार्च निकालने का फैसला इसलिए लिया, क्योंकि डॉक्टरों ने ही उनकी जान बचाई है।” उन्होंने आगे कहा, “हम सरकार से मांग करते हैं कि इस मामले के विरोध में एक फास्ट ट्रैक कोर्ट बने। साथ ही जल्द से जल्द मामले में संलिप्त आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।”
पीड़िताओं ने उठाए सवाल
उन्होंने कहा, “हम यहां सवाल करना चाहेंगे कि निर्भया मामले में सरकार ने कौन-सा बड़ा एक्शन ले लिया था। अपराधियों के साथ तो सरकार वीआईपी ट्रीटमेंट ही कर रही थी। मिश्रा ने कहा कि आम जनता की जिंदगी बचाने वाले डॉक्टरों की जान को खतरा हो सकता है, तो इससे साफ जाहिर होता है कि समाज में कोई भी लड़की सुरक्षित नहीं है।” देश के सभी छोटे-बड़े अस्पतालों में शनिवार सुबह 6 बजे से हड़ताल शुरू होगी, जो अगले दिन रविवार की सुबह 6 बजे तक चलेगी। इस दौरान ओपीडी के साथ बाकी सेवाएं बंद रहेंगी, लेकिन इमरजेंसी वार्ड चालू रहेंगे। एक्शन कमेटी के चेयरमैन डॉ. विनय अग्रवाल ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 17 अगस्त को सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल के रूटीन ओपीडी , रूटीन सर्जरी, इन्वेस्टिगेशन डायग्नोस्टिक रूटीन की सेवाएं बंद रहेंगी। जनता को कोई भी समस्या न हो इसके लिए उन्हें इमरजेंसी सेवाएं मिलती रहेंगी। गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना जारी रहेगा। डॉक्टर उन्हें इमरजेंसी वार्ड में सेवाएं प्रदान करते रहेंगे। साथ ही जो मरीज अस्पताल में पहले से हैं, उनका भी इलाज जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सब जानते हैं कि कोलकाता मामले में जो व्यक्ति पकड़ा गया है, क्या वो सच में आरोपी है ? कोलकाता में एक आक्रोश है कि जो व्यक्ति पकड़ा गया है, वो असली आरोपी नहीं है, बल्कि इसके पीछे कोई साजिश है। सीबीआई मामले की जांच कर रही है। सरकार को इसका सहयोग करना चाहिए। हम अस्पतालों को बंद नहीं रखना चाहते हैं, लेकिन हमारे पास और कोई विकल्प नहीं है।
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