India WorldDelhi NCR Uttar PradeshHaryanaRajasthanPunjabJammu & Kashmir Bihar Other States
Sports | Other GamesCricket
Horoscope Bollywood Kesari Social World CupGadgetsHealth & Lifestyle
Advertisement

तेलंगाना में भाजपा को बड़ा झटका, पूर्व सांसद विवेक वेंकटस्वामी कांग्रेस में हुए शामिल

05:13 PM Nov 01, 2023 IST
Advertisement

HIGHLIGHTS

 

विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना में भाजपा को एक और झटका देते हुए पूर्व सांसद और भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य जी विवेक वेंकटस्वामी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और बुधवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। विवेक ने तेलंगाना भाजपा अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी को संबोधित अपने पत्र में लिखा, भारी मन से, मैं भारतीय जनता पार्टी से अपना इस्तीफा देता हूं। बाद में विवेक ने यहां शमशाबाद के नोवोटेल होटल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हो गए।

अपने बेटे वामसी कृष्णा के साथ पूर्व सांसद विवेक वेंकटस्वामी ने राहुल गांधी से मुलाकात की, जो इस समय तेलंगाना में पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (टीपीसीसी) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी और अन्य नेता उपस्थित थे। रेवंत रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा कि विवेक के शामिल होने से भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से हटाने के अपने काम में कांग्रेस पार्टी को और मजबूती मिलेगी।

विवेक ने कहा कि वह किसी पद या टिकट के लिए कांग्रेस में शामिल नहीं हुए हैं बल्कि केसीआर सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए काम करने के लिए शामिल हुए हैं। विवेक ने आरोप लगाया कि पिछले 10 साल से केसीआर सरकार लोगों की भलाई के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, ''सभी को एक साथ आने और इस बुरे शासन को खत्म करने की जरूरत है।''

पिछले कई हफ्तों से अटकलें लगाई जा रही थीं कि विवेक कांग्रेस पार्टी में वापसी की योजना बना रहे हैं। उनके बेटे को 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस का टिकट मिलने की संभावना है। कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत जी वेंकटस्वामी के बेटे विवेक ने 2019 में टीआरएस (अब बीआरएस) छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। पेद्दापल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए टिकट नहीं दिए जाने के बाद उन्होंने तेलंगाना सरकार के सलाहकार के पद से इस्तीफा दे दिया था और सत्तारूढ़ पार्टी छोड़ दी थी।

उद्योगपति विवेक ने कम से कम छह बार वफादारी बदली है। वह 2009 में पेद्दापल्ली निर्वाचन क्षेत्र से संसद के लिए चुने गए थे। बाद में वह तेलंगाना को राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर कांग्रेस पर दबाव बनाने के लिए टीआरएस में शामिल हो गए। 2014 में संसद में तेलंगाना विधेयक पारित होने के बाद वह कांग्रेस में लौट आए। वह 2016 में फिर से टीआरएस में लौट आए और 2019 में पार्टी छोड़कर भाजपा के प्रति वफादार हो गए। एक अन्य वरिष्ठ नेता कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी के कांग्रेस में लौटने के एक हफ्ते से भी कम समय बाद विवेक का भाजपा से बाहर होना सामने आया है।

 

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें।आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

 

 

Advertisement
Next Article