Himachal Cloudbrust: हिमाचल प्रदेश में कुदरत ने जमकर कहर बरपाया है। प्रदेश में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण कई मकान बह गए और सड़कें तथा दो जल विद्युत परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई है। हिमाचल में बादल फटने की घटना के कई घंटे गुजर जाने के बाद भी लापता लोगों का सुराग नहीं मिल पाया है। अब भी 47 लोग लापता हैं। बीते 24 घंटे के दौरान एनडीआरएफ की टीम ने पुलिस और दमकल विभाग के साथ मिलकर सर्च आपरेशन को जारी रखा है।शिमला, रामपुर की आपदा प्रभावित जगहों का दौरा कर अपनों का दर्द बांटा। आपदा में मुझे अपनों के खोने का अपार दुख है। हमारी सरकार आपदा प्रभावित लोगों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। हम सभी संस्थाओं की मदद से राहत कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।आपदा से एक बार फिर प्रदेश को… pic.twitter.com/fl0IoSrPvM— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) August 2, 2024CM सुक्खू ने घटनास्थल का किया दौरामुख्यमंत्री के अलावा उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने घटनास्थल पर जाकर राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया है। मंडी में अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा तीनों जिलों में 61 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें कुल्लू में 32, शिमला में 25 और मंडी में चार घर शामिल हैं। जबकि 42 घरों को आंशिक तौर पर नुकसान पहुंचा है। कुल्लू में 37 और शिमला में पांच घरों को नुकसान पहुंचा है। 22 गोशाला तेज बहाव की वजह से ध्वस्त हो गई हैं। वहीं, छह वाहन योग्य और 32 पैदल पुल भी हादसे की भेंट चढ़े हैं।आज आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। प्राकृतिक आपदा ने कई परिवारों को ख़त्म कर दिया है।प्रदेश के लिए यह कठिन समय है। हमारी सरकार इस कठिन समय में प्रभावित लोगों के साथ है और पूरी तत्परता से राहत कार्यों में जुटी है। pic.twitter.com/gKfroiNUBy— Sukhvinder Singh Sukhu (@SukhuSukhvinder) August 2, 2024 छह स्कूल और एक अस्पताल भी सैलाब में बह गयातेज बहाव में कुल्लू के छह स्कूल बह गए हैं। इनमें से एक स्कूल शिमला और कुल्लू के सीमावर्ती गांव में सीनियर सेकेंडरी स्कूल समेज भी था, जहां के आठ छात्र लापता हैं। इसके अलावा शिमला में एक स्वास्थ्य संस्थान भी बह गया है। यहां गांव के लोगों को उपचार मिल रहा था। इसके अलावा 17 वाहन हादसे का शिकार हुए हैं, जबकि तीन मछली पालन केंद्र भी बाढ़ की चपेट में आने के बाद बर्बाद हो गए हैं।एनएच-21 को शीघ्र बहाल करने के प्रयास जारीमुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि जिला शिमला में आपदा प्रभावितों को फौरन राहत प्रदान की गई है। जिला कुल्लू के मलाणा गांव में 25 पर्यटक स्थानीय निवासियों के साथ सुरक्षित हैं और श्रीखंड के आसपास के क्षेत्रों में लगभग 300 श्रद्धालु भी सुरक्षित हैं। लोगों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-21 को शीघ्र बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को सड़कों की मुरम्मत कर लोगों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए। देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘PUNJAB KESARI’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।