Uttar Pradesh कैडर के पूर्व IPS Prem Prakash ने ली भाजपा की सदस्यता
IPS Prem Prakash Joins BJP: उत्तर प्रदेश के चर्चित पूर्व आईपीएस प्रेम प्रकाश ( Prem Prakash ) मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्हें लखनऊ स्थित भाजपा मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सदस्यता दिलाई। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद रहे।
Highlights:
- उत्तरप्रदेश के चर्चित पूर्व IPS अफसर प्रेम प्रकाश ( Prem Prakash ) ने ली भाजपा की सदस्यता
- लखनऊ स्थित भाजपा कार्यालय में ली गई सदस्यता
- BSP सरकार में मायावती के रह चुके हैं करीबी अफसर
मायावती सरकार में पावरफुल अधिकारी रहे प्रेम प्रकाश सपा सरकार में साइडलाइन रहे। इसके बाद जब यूपी में योगी सरकार आई तो फिर से प्रेम प्रकाश को अहम पदों पर तैनाती मिली। प्रेम प्रकाश ( Prem Prakash ) ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि अब मुझे देश का कर्ज उतारने का मौका मिला है, जिसे मैं देश सेवा के जरिए पूरा करूंगा। मैंने भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
PM मोदी के नीतियों से अभिभूत हूँ - Prem Prakash
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने तरक्की की है और पार्टी की नीतियों के जरिए राष्ट्रहित में काम करने वाला प्रत्येक व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी के साथ है। आगामी चरण के चुनावों में भाजपा 400 पार पहुंचने जा रही है।
कौन हैं आईपीएस Prem Prakash ?
भाजपा में शामिल होने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश मूलरूप से दिल्ली के रहने वाले हैं। वो 1993 बैच के अधिकारी थे। उत्तर प्रदेश में उनकी छवि एक कड़क अफसर की थी। बीटेक की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने पुलिस मैनेजमेंट का कोर्स भी किया। पूर्व आईपीएस अधिकारी प्रेम प्रकाश बसपा मुखिया मायावती के करीबियों में थे। प्रेम प्रकाश दलित समुदाय से हैं। ऐसे में उनके भाजपा में आने से बसपा के वोट बैंक में सेंध लगने की उम्मीद जताई जा रही है।
Prem Prakash के लखनऊ DIG डकैतों का हुआ था सफाया
लखनऊ में प्रेम प्रकाश की कप्तानी के दौरान प्रदेश कांग्रेस की तत्कालीन अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी का घर फूंकने और ठाकुरगंज इलाके में तिहरे हत्याकांड के साथ लाखों की डकैती हुई थी। पुलिस ने डकैत को मुठभेड़ में मार गिराने के साथ अन्य की धरपकड़ की थी। यहीं नहीं, प्रेम प्रकाश ने पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर मुस्तैद रखने के लिए उन्होंने थानों में घंटे टंगवाए और संतरी को जेल की तर्ज पर हर घंटे इन्हें बजाने का आदेश जारी किया था। राइफल कोने में रखकर सुस्ताने वाले पुलिसकर्मी घंटा बजाने की चिंता में सतर्क रहते थे, क्योंकि प्रेम प्रकाश खुद व उनके मुखबिर घंटे की आवाज सुनने को थानों के आसपास चक्कर काटते थे।
Prem Prakash बीजेपी में शामिल होने वाले चौथे IPS ?
बता दें कि पूर्व डीजीपी बृजलाल, असीम अरुण और विजय कुमार के बाद प्रेम प्रकाश Prem Prakash चौथे दलित आईपीएस हैं, जो BJP में शामिल हुए हैं।उन्हें साल 2009 में राजधानी लखनऊ का डीआईजी बनाया गया। इसके साथ ही वह आगरा और मुरादाबाद के पुलिस अधीक्षक भी रह चुके हैं। कार्यकाल के दौरान उनको कई बड़े सम्मान भी मिल चुके हैं।
(शीर्षक को छोड़कर, यह कहानी पंजाब केसरी स्टाफ द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेटेड फ़ीड से प्रकाशित हुई है )
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