'मन की बात' ने सकारात्मकता का एक नया अध्याय लिखा : PM मोदी
PM मोदी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 10 साल पूरे होने पर कार्यक्रम के श्रोताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि वे ही इस शो के 'असली एंकर' हैं। मोदी ने कहा, मन की बात के श्रोताओं ने यह साबित किया है कि वे सकारात्मक जानकारी के लिए कितने भूखे हैं। कार्यक्रम के 10 वर्षों की यात्रा को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा, मन की बात की 10 साल की यात्रा एक माला की तरह है, जिसमें हर एपिसोड में नई गाथाएं और प्रेरणादायक उदाहरण जुड़ते जा रहे हैं।
Highlight :
- PM मोदी ने 'मन की बात' के 10 साल पूरे होने पर श्रोताओं को दिया धन्यवाद
- 'स्वच्छ भारत मिशन' के तहत लोगों को स्वच्छता अभियान से जुड़ने का आह्वान किया
- पीएम ने कार्यक्रम की यात्रा को एक माला की तरह बताया
पीएम मोदी ने 'मन की बात' के श्रोताओं को दिया धन्यवाद
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज में सामूहिकता की भावना को मान्यता मिली है और इसे सुनकर उन्हें गर्व महसूस होता है।इस अवसर पर उन्होंने 'स्वच्छ भारत मिशन' के तहत स्वच्छता के अभियान से जुड़ने का आग्रह भी किया। मोदी ने कहा, 'स्वच्छता अभियान एक दिन या एक वर्ष का नहीं है; यह युगों-युगों तक चलने वाला कार्य है। हमें यह तब तक करना है जब तक स्वच्छता हमारे स्वभाव का हिस्सा न बन जाए।' उन्होंने देशवासियों से अनुरोध किया कि वे अपने परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ मिलकर इस अभियान में भाग लें।
प्रधानमंत्री ने 'स्वच्छ भारत मिशन' की सफलता की भी सराहना की और कहा कि इसके कारण 'वेस्ट टू वेल्थ' का मंत्र लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है। उन्होंने बताया कि अब लोग रिड्यूस, रीयूज और रीसाइकिल के महत्व को समझने लगे हैं। 'मन की बात' कार्यक्रम ने पिछले एक दशक में भारतीय समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कार्यक्रम में आम लोगों की कहानियों, प्रेरक उदाहरणों और सामूहिकता की भावना को उजागर किया गया है, जिससे यह कार्यक्रम भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के माध्यम से श्रोताओं से जुड़े पत्रों का भी उल्लेख किया और कहा कि ये पत्र उनके लिए प्रेरणा स्रोत बनते हैं। उन्होंने कहा, "इन पत्रों को पढ़कर मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि 'मन की बात' केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज के उत्थान का एक साधन है, जो लोगों को एकजुट करता है और सकारात्मकता का संचार करता है।
बता दें कि, 'मन की बात' न केवल एक संवाद का माध्यम है, बल्कि यह एक आंदोलन का रूप भी ले चुका है, जो समाज में बदलाव लाने के लिए प्रेरित करता है। पीएम मोदी ने अंत में सभी से अपील की कि वे इस सकारात्मकता के संदेश को फैलाएं और मिलकर एक स्वच्छ और सशक्त भारत के निर्माण में योगदान दें।