India WorldDelhi NCR Uttar PradeshHaryanaRajasthanPunjabJammu & Kashmir Bihar Other States
Sports | Other GamesCricket
Horoscope Bollywood Kesari Social World CupGadgetsHealth & Lifestyle
Advertisement

30 देशों की संसदों के प्रतिनिधि आएंगे भारत, पी-20 शिखर सम्मेलन में होंगे शामिल

07:38 PM Oct 06, 2023 IST
Advertisement

भारत में आयोजित होने जा रहे जी-20 देशों की संसदों के अध्यक्षों के पी-20 सम्मेलन में कनाडा सहित 30 देशों की संसदों के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष शामिल होने जा रहे हैं। इसके साथ ही अंतर्राष्ट्रीय संगठन अंतर-संसदीय संघ और राष्ट्रमंडल संसदीय संघ के प्रतिनिधि भी सम्मेलन में शामिल होंगे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पी-20 सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया कि कनाडा की सीनेट (संसद) के स्पीकर ने लिखित में दिल्ली में होने जा रहे पी-20 सम्मेलन में शामिल होने की सूचना दे दी है। चीन के शामिल होने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बिरला ने बताया कि जी-20 से जुड़े सभी देशों को निमंत्रण भेजा गया है।

आपको बता दें कि, दो दिवसीय 9वां पी-20 शिखर सम्मलेन 13 और 14 अक्टूबर 2023 को दिल्ली के द्वारका में नवनिर्मित इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर यशोभूमि में आयोजित होने जा रहा है। शिखर सम्मेलन से पहले 12 अक्टूबर को, पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली के बारे में संसदीय मंच का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि इस सम्मेलन को भारत की संसद और भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा। 9वीं पी-20 का मुख्य विषय 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लिए संसद' रखा गया है। सम्मलेन में जी-20 देशों के अलावा 10 अन्य देश और अंतर्राष्ट्रीय संगठन भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि, अब तक - 26 अध्यक्षों, 10 उपाध्यक्षों, 1 समिति अध्यक्ष और आईपीयू अध्यक्ष समेत विभिन्न देशों के 50 संसद सदस्यों और 14 महासचिवों ने इस सम्मेलन में भागीदारी की पुष्टि की है। यह महत्वपूर्ण है कि पैन अफ़्रीकी संसद के अध्यक्ष पहली बार भारत में पी-20 कार्यक्रम में भाग लेंगे।

बिरला ने बताया कि भारत ने अपनी जी-20 अध्यक्षता को जनता को ही समर्पित किया है। इसलिए जनता की अपेक्षाओं- आकांक्षाओं के प्रतीक स्वरूप हमारी विधायी संस्थाओं पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे पी-20 शिखर सम्मेलन को अधिक से अधिक सहभागिता पूर्ण बनाएं और इसे आम जनता से जोड़ने का प्रयास करें। शिखर सम्मेलन के दौरान चार उच्च स्तरीय सत्रों - सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में तेजी लाना, एजेंडा 2030, सतत ऊर्जा परिवर्तन, हरित भविष्य के प्रवेश द्वार, लैंगिक समानता को मुख्यधारा में लाना, महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं के नेतृत्व में विकास और सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से लोगों के जीवन में परिवर्तन का आयोजन किया जाएगा।

इन सत्रों में जी-20 सदस्यों और अतिथि देशों को साथ लाकर “संसद किस प्रकार पी-20 के उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा सकती है” विषय पर व्यापक विचार-विमर्श होगा। शिखर सम्मेलन का समापन संयुक्त वक्तव्य के साथ होगा, जिसमें जी-20 सरकारों से समानता, समावेशिता और शांति के आधार पर प्रमुख वैश्विक चुनौतियों का समाधान देने का आग्रह किया जाएगा। बिरला ने आगे बताया कि 13 अक्टूबर 2023 को प्रतिनिधियों को संसद भवन परिसर के दौरे पर ले जाया जाएगा, जहां वे महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। दौरे के पश्चात संसद परिसर में लोक सभा सचिवालय द्वारा सांस्कृतिक संध्या और संवाद के साथ रात्रिभोज का आयोजन किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि अब तक विभिन्न देशों में आयोजित हो चुके पी-20 सम्मेलन की तुलना में भारत में आयोजित हो रहे सम्मेलन में सबसे ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं।

 

 

 

Advertisement
Next Article