भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता: पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ी ने भारतीय टीम को दी खुली चुनौती
सकलैन मुश्ताक ने भारत को दी 10 टेस्ट, 10 वनडे, 10 टी20 मैचों की चुनौती
भारत और पाकिस्तान के बीच की प्रतिद्वंद्विता इतिहास की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदिता में से एक है। लेकिन पिछले कुछ सालों से दोनों टीमों के प्रदर्शन में काफी बड़ा अंतर देखा गया है। हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान जब भारत और पाकिस्तान का आमना-सामना हुआ तो भारत ने बड़ी मज़बूती से पाकिस्तान को बुरी तरह मात दी और टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज से भी बाहर कर दिया।
दोनों टीमों के बीच हुए कुछ पिछले मुकाबलों को देखकर ये पता चलता है की दोनों टीमों के बीच की प्रतिद्वंदिता खत्म सी हो गई है क्यूंकि अब दोनों के बीच के मुकाबले ज़्यादातर एकतरफा ही होते है। हालांकि, पाकिस्तान के महान क्रिकेटर सकलैन मुश्ताक इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है।
हाल ही में एकचैनल पर बातचीत के दौरान सकलैन ने भारत को चुनौती दी और कहा की पाकिस्तान के साथ 10 टेस्ट, 10 वनडे और 10 टी20 मैच खेलें, ताकि ये साबित हो सके की वो वास्तव में बेहतर टीम हैं या नहीं। पाकिस्तान के पूर्व स्पिन गेंदबाज़ ने पैनल चर्चा के दौरान कहा, “अगर हम राजनीतिक चीजों को अलग रखें, तो उनके खिलाड़ी बहुत अच्छे हैं और वे अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं। अगर आप वास्तव में एक अच्छी टीम हैं, तो मुझे लगता है कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ 10 टेस्ट, 10 वनडे और 10 टी20 मैच खेलने चाहिए, फिर सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।” इस पैनल चर्चा में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमान-उल-हक भी शामिल थे।
पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान टीम में बहुत बदलाव आए है। चाहे फिर वो कप्तानी हो, चयन समिति हो, प्रबंधन हो या फिर बोर्ड के अधिकारी, हर एक पद पर कई बड़ी हस्तियां आती-जाती रहीं। लेकिन टीम में समस्या बनी हुई है। इस दौरान उनके प्रदर्शन पर भी काफी असर हुआ है जो की खराब ही होता गया। सकलेन का ये भी मानना है की इस समय पाकिस्तान टीम में सब कुछ ठीक नहीं है, लेकिन यह ऐसी चीज़ नहीं है जिसे सही इरादे से ठीक नहीं किया जा सकता।
मुश्ताक ने कहा, “अगर हम अपनी तैयारी सही तरीके से करें और चीजों को सही दिशा में सुलझाएं, तो हम ऐसी स्थिति में होंगे जहां हम दुनिया और भारत को ठोस जवाब दे सकेंगे।” भारतीय टीम फिलहाल पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ ICC और ग्लोबल टूर्नामेंट में ही खेलती है। अभी के लिए किसी भी द्विपक्षीय क्रिकेट की कोई गुंजाइश नहीं है।