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Indian Economy: मई के महीने में भारत की मई माह का अर्थव्यावस्था का आंकड़ा निकाना गया, जिसमें भारत का सकल GST संग्रह मई में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी देखी गई है। बता दें GST में 1.73 लाख करोड़ रुपये हो गया। वित्त मंत्रालय के अनुसार यह बढ़ोतरी घरेलू लेनदेन से राजस्व में वृद्धि के कारण हुई है।
Highlights
GST के बेहतरीन आंकड़े आने के बाद अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर एक और अच्छी खबर आई है। देश का सकल जीएसटी संग्रह मई में 10 प्रतिशत बढ़कर 1.73 लाख करोड़ रुपये हो गया। वित्त मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि यह वृद्धि घरेलू लेनदेन से राजस्व में वृद्धि के कारण हुई है। माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह अप्रैल, 2024 में 2.10 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
मई माह के कर संग्रह में सालाना आधार पर 10 फीसदी वृद्धि, वहीं आयात में कमी (4.3 प्रतिशत की गिरावट) के बीच घरेलू लेनदेन से राजस्व में मजबूत वृद्धि (15.3 प्रतिशत) के कारण हुई है। रिफंड के बाद मई, 2024 के लिए शुद्ध जीएसटी संग्रह 1.44 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल मई से 6.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
चालू वित्त वर्ष (2024-25) में मई, 2024 तक सकल GST संग्रह 3.83 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो सालाना आधार पर 11.3 प्रतिशत की वृद्धि है। यह वृद्धि घरेलू लेनदेन में मजबूत वृद्धि (14.2 प्रतिशत की वृद्धि) और आयात में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि के कारण है। रिफंड के बाद चालू वित्त वर्ष में मई तक शुद्ध GST संग्रह 3.36 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 11.6 प्रतिशत ज्यादा है।
इससे पहले शुक्रवार, 31 मई को जीडीपी का डाटा आया था, जिसमें बताया गया कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2024 में GTP ग्रोथ 7.8 फीसदी रही है। वहीं पिछले साल की समान तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रही थी। इसके अलावा वित्त वर्ष 2023-24 में GDP ग्रोथ 8.2 फीसदी रही है। GDP के डेटा अनुमानों से कहीं बेहतर रहे हैं।
नोट – इस खबर में दी गयी जानकारी निवेश के लिए सलाह नहीं है। ये सिर्फ मार्किट के ट्रेंड और एक्सपर्ट्स के बारे में दी गयी जानकारी है। कृपया निवेश से पहले अपनी सूझबूझ और समझदारी का इस्तेमाल जरूर करें। इसमें प्रकाशित सामग्री की जिम्मेदारी संस्थान की नहीं है।