भारतीय नौसेना के पराक्रम से कांपते है दुश्मन, समुद्री सीमाओं की रक्षा करने वालें जवानों को सलाम
Indian Navy Motto: भारतीय नौसेना की उपलब्धियों और राष्ट्रीय सुरक्षा में इसके योगदान के उपलक्ष्य में हर वर्ष 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है। यह दिन 1971 के युद्ध में नौसेना की सफलता का प्रतीक है, जब ऑपरेशन ट्राइडेंट के तहत भारतीय सेना ने पीएनएस खैबर सहित चार पाकिस्तानी जहाजों को डुबोकर पाकिस्तानी नौसेना को करारा झटका दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नौसेना दिवस के अवसर पर सभी भारतीय नौसेना कर्मियों को शुभकामनाएं दीं और बढ़ती आत्मनिर्भरता, दृढ़ संकल्प और देश की समुद्री सीमाओं की रक्षा करने वाले पराक्रम के लिए नौसेना की प्रशंसा की।
Indian Navy Motto
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय नौसेना के सभी कर्मियों को नौसेना दिवस की शुभकामनाए दी और कहा कि हमारी नौसेना असाधारण साहस और दृढ़ संकल्प का पर्याय है। वे हमारे तटों की रक्षा करते हैं और हमारे समुद्री हितों को बनाए रखते हैं। हाल के वर्षों में हमारी नौसेना ने आत्मनिर्भरता और आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित किया है। इससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था और मज़बूत हुई है।
Indian Navy Day 2025
भारतीय नौसेना ने बुधवार को केरल के तिरुवनंतपुरम तट पर एक ऑपरेशनल शोकेस में अपनी बढ़ती समुद्री क्षमताओं का प्रदर्शन किया। स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत से लेकर अग्रिम पंक्ति के युद्धपोत उदयगिरि तक, इस कार्यक्रम में बल की बहु-क्षेत्रीय युद्ध तत्परता पर प्रकाश डाला गया। सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नौसेना दिवस समारोह के एक भाग के रूप में शंगुमुघम समुद्र तट से इस प्रदर्शन को देखा।
Indian Navy Power
इस प्रदर्शन में आईएनएस विक्रांत, एक पनडुब्बी, चार तीव्र हस्तक्षेप पोतों तथा लड़ाकू जेट, निगरानी विमान और हेलीकॉप्टरों सहित 32 विमानों सहित कुल 19 प्रमुख युद्धपोतों ने भाग लिया, जिससे नौसेना की बढ़ती परिचालन पहुंच और तैयारियों को दर्शाया गया।