Indian Railway ने चार्टिंग सिस्टम में किया बड़ा बदलाव, वेटिंग टिकट यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत
Indian Railway: भारतीय रेलवे ने रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने के नियमों में बड़ा बदलाव किया है. अब ट्रेन के चलने से 8 घंटे पहले चार्ट तैयार किया जाएगा, जबकि पहले यह समय केवल 4 घंटे का होता था. इस बदलाव का सीधा फायदा उन यात्रियों को होगा जिनके पास वेटिंग टिकट होती है. उन्हें अब पहले ही यह पता चल जाएगा कि उनका टिकट कंफर्म हुआ है या नहीं. इससे वे समय रहते अपनी यात्रा की योजना बना सकेंगे.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई ट्रेन सुबह 2 बजे से पहले रवाना होती है, तो उसका चार्ट एक दिन पहले रात 9 बजे ही तैयार कर दिया जाएगा. इससे दूर-दराज से आने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें आखिरी समय तक अनिश्चितता का सामना नहीं करना पड़ेगा.
ग्रामीण-दूरदराज के यात्रियों को मिलेगा अधिक लाभ
यह नया नियम खासतौर पर उन यात्रियों के लिए फायदेमंद है जो ग्रामीण इलाकों या शहरों के बाहरी इलाकों से ट्रेन पकड़ने आते हैं. उन्हें अब कंफर्म टिकट की जानकारी पहले ही मिल जाएगी और यदि टिकट कंफर्म नहीं होता है, तो वे कोई दूसरा विकल्प चुन सकते हैं. वहीं रेलवे एक नया और आधुनिक पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) लॉन्च करने की तैयारी में है. यह सिस्टम दिसंबर 2025 तक शुरू कर दिया जाएगा और इसका काम सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम (CRIS) कर रहा है.
टिकट बुकिंग की क्षमता में भारी इजाफा
नए सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि यह एक मिनट में 1.5 लाख से ज्यादा टिकट बुक कर सकेगा. अभी की तुलना में यह करीब पांच गुना ज्यादा क्षमता होगी, क्योंकि मौजूदा सिस्टम एक मिनट में लगभग 32,000 टिकट ही बुक कर पाता है. इसके आलवा टिकट से जुड़ी पूछताछ प्रणाली भी अपग्रेड की जाएगी. जहां अभी प्रति मिनट 4 लाख सवालों की प्रोसेसिंग होती है, वहीं नया सिस्टम 40 लाख प्रति मिनट तक पूछताछ को संभाल सकेगा. इससे यात्रियों को रियल-टाइम बुकिंग की जानकारी आसानी से मिल सकेगी.
1 जुलाई से तत्काल टिकट के लिए आधार जरूरी
रेलवे ने यह भी घोषणा की है कि 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए आधार लिंक करना अनिवार्य होगा. यात्रियों को टिकट बुक करते समय आधार की जानकारी देनी होगी. इससे बुकिंग में पारदर्शिता आएगी और फर्जीवाड़ा रोका जा सकेगा. रेलवे को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में 7.57 बिलियन यात्री सफर करेंगे, जो 2025 के 7.27 बिलियन यात्रियों से अधिक होंगे. इस नए सिस्टम से रेलवे को बेहतर सेवा देने में मदद मिलेगी.