चिन्नास्वामी स्टेडियम हादसे की जांच शुरू, KSCA और RCB को भेजे जाएंगे नोटिस
स्टेडियम भगदड़: 15 दिन में जांच पूरी करने का लक्ष्य
बैंगलोर के डिप्टी कमिश्नर जी जगदीशा, जो चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ की जांच कर रहे हैं, ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (KSCA), रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) और पुलिस कमिश्नर बी दयानंद को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया जाएगा।उन्होंने उस स्टेडियम का दौरा किया, जहां बुधवार को हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी और 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। डिप्टी कमिश्नर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्होंने स्टेडियम में सभी तैयारियों और आयोजन की पूरी जानकारी ले ली है। उन्होंने कहा कि जल्द ही संबंधित पक्षों को नोटिस भेजकर जांच शुरू कर दी जाएगी। इस जांच को 15 दिनों के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा, “आज मैंने KSCA के स्टेडियम का दौरा किया है। यहां पर जो भी आयोजन हुए, उन्हें देखा है। अब मैं जांच के लिए कुछ लोगों को नोटिस भेजूंगा। KSCA, RCB की मैनेजमेंट टीम, आयोजन प्रबंधक और पुलिस कमिश्नर को नोटिस दिया जाएगा। उनसे बयान लिए जाएंगे।”जब उनसे पूछा गया कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है, तो उन्होंने साफ किया कि वे अभी जांच की शुरुआत कर रहे हैं और अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकालेंगे। उन्होंने कहा, “मैं अभी जांच शुरू कर रहा हूं, इसलिए अभी कुछ भी तय नहीं कर सकता।”
डिप्टी कमिश्नर से यह भी पूछा गया कि क्या इस जश्न के लिए किसी तरह की अनुमति ली गई थी, तो उन्होंने बताया कि इस मामले में वे अनुमति देने वाले अधिकारी नहीं हैं। इस अनुमति के लिए पुलिस कमिश्नर से संपर्क करना जरूरी होता है। उन्होंने कहा, “मैं तो सिर्फ जांच कर रिपोर्ट सरकार को दूंगा।”यह जांच घटना के हर पहलू को समझने के लिए की जा रही है, ताकि पता चल सके कि भगदड़ कैसे हुई और इसके पीछे कौन-कौन जिम्मेदार थे। इस दौरान सभी पक्षों से साक्ष्य लिए जाएंगे ताकि मामले की गहराई से जांच हो सके।
चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई यह भगदड़ उस समय हुई जब RCB की जीत का जश्न चल रहा था। भारी भीड़ के कारण अफरातफरी मच गई और इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई। इस दुखद घटना ने पूरे शहर और क्रिकेट प्रेमियों को सदमा पहुंचाया है।अब देखना होगा कि जांच के बाद क्या-क्या तथ्य सामने आते हैं और भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा न हों, इसके लिए क्या-क्या कदम उठाए जाते हैं। जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किसकी लापरवाही से यह घटना हुई और जिम्मेदारों के खिलाफ क्या कार्रवाई होगी।
इस जांच से यह उम्मीद की जा रही है कि आगे से किसी भी बड़े आयोजन में सुरक्षा और भी मजबूत होगी ताकि कोई भी ऐसा हादसा न हो और सभी लोग सुरक्षित रहें।