‘IPL को मिल रही प्राथमिकता’, PSL के लिए संन्यास लेने वाले जेम्स विंस ने ECB पर लगाए गंभीर आरोप
ECB पर जेम्स विंस के गंभीर आरोप, IPL को मिल रही प्राथमिकता
इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज जेम्स विंस ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि ECB, इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) को पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) से ज्यादा महत्व दे रहा है। विंस ने इस मुद्दे पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
PSL के लिए लिया संन्यास
33 वर्षीय जेम्स विंस ने हाल ही में प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी ताकि वह PSL में खेल सकें। कराची किंग्स ने उन्हें PSL 2025 के लिए पहले ही रिटेन कर लिया था। लेकिन, नवंबर 2024 में ECB ने सभी प्रारूपों के खिलाड़ियों को PSL के लिए NOC (No Objection Certificate) देने से इनकार कर दिया। ECB का यह फैसला PSL के अप्रैल-मई में होने वाले शेड्यूल और काउंटी चैंपियनशिप के शुरुआती दौर के टकराव के कारण लिया गया।
ECB के फैसले से निराश जेम्स विंस
ESPNcricinfo से बातचीत में विंस ने कहा, “जब पहली बार यह मुद्दा उठा, तो खिलाड़ियों के बीच एक व्हाट्सएप ग्रुप बना और इस पर काफी चर्चा हुई। सबसे पहली प्रतिक्रिया यही थी कि इस फैसले से रेड-बॉल क्रिकेट में खिलाड़ियों की रुचि और भी कम हो जाएगी। इससे मौकों की कमी होगी और खिलाड़ी इससे निराश थे। कुछ चीजें हमें समझ नहीं आईं।”
विंस इस समय ILT20 लीग में गल्फ जायंट्स के लिए खेल रहे हैं। उनका कहना है कि PSL का शेड्यूल IPL और काउंटी चैंपियनशिप से टकरा रहा है, लेकिन ECB सिर्फ PSL को रोक रहा है, जबकि IPL के लिए ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं है।
ECB के फैसले पर उठाए सवाल
ECB के इस कदम पर सवाल उठाते हुए विंस ने कहा, “यह फैसला खिलाड़ियों के लिए भ्रम पैदा करने वाला है। ECB, PCB और BCCI के आपसी रिश्तों की वजह से यह नियम बनाया गया है। PSL का शेड्यूल IPL से छोटा है, यानी PSL खेलने पर घरेलू क्रिकेट के कम मैच मिस होते हैं। फिर भी ECB ने PSL को लेकर पाबंदी लगाई है, जो सही नहीं लगता।”
इंग्लैंड और काउंटी क्रिकेट में विंस का योगदान
जेम्स विंस ने इंग्लैंड के लिए 13 टेस्ट मैच खेले हैं और काउंटी क्रिकेट में हैम्पशायर का लंबे समय तक प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने 197 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 92 बार कप्तानी की। उनकी कप्तानी में हैम्पशायर ने तीन बार लगातार टॉप-3 में जगह बनाई।
ECB के इस फैसले से साफ है कि इंग्लैंड बोर्ड PSL को लेकर सख्त रवैया अपना रहा है, लेकिन IPL के लिए किसी तरह की पाबंदी नहीं लगा रहा। अब देखना होगा कि ECB अपने इस फैसले पर फिर से विचार करता है या नहीं।