Suryakumar Yadav को बचाने में फेल हुए Jay Shah! काम नहीं आई ICC की कुर्सी
Jay Shah Not Saved Suryakumar Yadav: एशिया कप 2025 में डिफेंडिंग चैंपियन भारत का प्रदर्शन काफी शानदार रहा है। सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम इंडिया ने पूरे टूर्नामेंट में अब तक एक भी मुकाबला नहीं गंवाया है। मगर ग्रुप स्टेज में पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत के बाद सूर्या ने अपने एक बयान से सनसनी मचा दी थी। उन्होंने भारतीय टीम की जीत को ऑपरेशन सिंदूर में हिस्सा लेने वाले सैनिकों को समर्पित किया और पहलगाम के आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति एकजुटता दिखाई।
उनके इन शब्दों ने पड़ोसी देश में खलबली मचा दी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय कप्तान के खिलाफ आईसीसी के पास शिकायत भी दर्ज कराई। इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउंसिल ने इस मामले को गंभीरता से लिया और सूर्या को लाइन हाजिरी पर लगा दिया। हालांकि, इन सब के बीच आईसीसी चेयरमैन Jay Shah की भूमिका पर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं।
Jay Shah की भूमिका पर उठे सवाल
लगभग 5 साल तक बीसीसीआई सचिव रहने के बाद दिसंबर 2024 में Jay Shah आईसीसी चेयरमैन बने। माना जा रहा था कि इसके बाद इंटरनेशनल लेवल पर भारतीय क्रिकेट की आवाज बुलंद हो जाएगी। मगर लगता है ये महज खोखले सपने थे, जिन्हें भारतीय क्रिकेट फैंस खुली आँखों से देख रहे थे। कम से कम Suryakumar Yadav के साथ हुए हालिया घटनाक्रम से तो यही प्रतीत होता है।
सूर्या ने भारतीय सेना और पहलगाम में हुए आतंकी हमले से हमदर्दी जताई थी और इतने में ही उन्हें आईसीसी की तरफ से नोटिस आ गया। ऐसे में सभी भारतीय फैंस के मन में जय शाह की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे होंगे। जो आईसीसी चेयरमैन होने के साथ - साथ भारत के गृहमंत्री अमित शाह के बेटे भी हैं।
Jay Shah Not Saved Suryakumar Yadav: असफल हुए जय शाह!
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जब सूर्यकुमार यादव के खिलाफ शिकायत कराई, तो माना जा रहा था कि जय शाह इस मामले में हस्तक्षेप करेंगे। मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ। आईसीसी ने मैच रेफरी रिची रिचर्डसन को मामले की जाँच करने के आदेश दे डाले।
रिचर्डसन ने सूर्या के बयानों को गलत माना और कहा कि इससे खेल की छवि नुकसान पंहुचा है। उन्होंने भारतीय कप्तान को दो विकल्प देते हुए कहा कि या तो अपनी गलती मान लो या फिर पैनल के सामने सुनवाई के लिए तैयार रहो।
सूर्या ने नहीं मानी हार
हालांकि, सुनवाई के दौरान भी सूर्यकुमार यादव अपने बयान पर अड़े रहे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा ऐसी कोई बात नहीं बोली गई, जो नियमों के खिलाफ हो। इसके बावजूद मैच रेफरी ने सूर्या को चेतावनी दी कि उन्हें किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिसे राजनीतिक प्रकृति का माना जा सके।
फ़िलहाल सूर्या पर क्या एक्शन लिया जाएगा यह अभी पक्का नहीं है। मगर संभावना है कि उन्हें सिर्फ चेतावनी दे कर छोड़ा जा सकता है या फिर उनकी मैच फीस में 15 प्रतिशत कटौती हो सकती है।
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