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Khatu Shyam: 10 किलों की जंजीर पहनकर खाटू श्याम पहुंचा भक्त, जानिए क्यों ?

12:10 PM Jul 18, 2025 IST | Neha Singh
khatu shyam  10 किलों की जंजीर पहनकर खाटू श्याम पहुंचा भक्त  जानिए क्यों
Khatu Shyam Devotee

Khatu Shyam: आज भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में खाटूश्याम जी का मंदिर भी आता है। खाटूश्याम (Khatu Shyam) धाम को हारे लोगों को सहारा कहा जाता है। देश भर के कोने-कोने से लोग अपने बाबा के धाम आते हैं। बाबा की भक्ति लोगों को दीवाना बना देती है। ऐसा ही एक दीवाना और अनोखा भक्त खाटूश्याम पहुंचा है, जिसने अपनी पूरी यात्रा पैदल की है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि उसने 27 दिनों तक अपने शरीर पर जंजीर पहनकर यात्रा की और खाटूश्याम पहुंचा। ऐसी कठिन पदयात्रा करने वाले भक्त का नाम केशव सक्सेना है।

10 किलो जंजीर पहनकर पहुंचे खाटूश्याम

केशव इससे पहले अप्रैल महीने में जंजीर पहनकर खाटूश्याम (Khatu Shyam) पहुंच चुका है। सक्सेना ने बताया कि वह सोमवार को नैनीताल से ट्रेन से रवाना हुए थे। मंगलवार दोपहर 1 बजे रींगस स्थित प्राचीन श्याम मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बात उन्होंने खुद को 10 किलों की 12 जंजीरों से बांधकर अपनी यात्रा शुरू की। इसके बाद बुधवार सुबह करीब 4 बजे केशव खाटूश्याम (Khatu Shyam) जी मंदिर पहुँचे। आपको बता दें कि रींगस से खाटूश्याम जी मंदिर की दूरी करीब 18 किलोमीटर है। इस दूरी को तय करने में उन्हें करीब 27 घंटे लगे। दर्शन के बाद केशव अब जंजीरों से मुक्त हो गए हैं। उन्होंने बताया कि मैंने यह यात्रा बाबा श्याम को प्रसन्न करने के लिए की है।

Khatu Shyam Devotee

9 साल की उम्र में हुए बेसहारा

वह उत्तर प्रदेश के रामपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि 9 साल की उम्र में उनके माता और पिता की अलग-अलग शादी हो गई थी, दोनों ने उन्हें बेसहारा छोड़ दिया था। इसके बाद केशव ने बाबा का हाथ थाम लिया। उन्होंने बताया कि बाबा के आशीर्वाद से अब वह अच्छी कमाई कर रहे हैं। जब भी उनका मन करता है, वह खाटूश्याम (Khatu Shyam) जी आते हैं। केशव फिलहाल नैनीताल के पास एक छोटे से कस्बे में पानी की बोतल बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते हैं।

12 साल से दर्शन कर रहे केशव

केशव ने बताया कि वह पिछले 12 सालों से लगातार खाटूश्याम जी के दर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने पहली बार 9 साल की उम्र में खाटूश्याम जी के दर्शन किए थे। उसके बाद केशव बाबा श्याम के ऐसे दीवाने हो गए कि जब भी उनका मन करता है, वह बाबा श्याम के दरबार में माथा टेकने पहुंच जाते हैं।

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Neha Singh

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