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कर्नाटक में बढ़ते धार्मिक विभाजन पर किरण मजूमदार शॉ ने CM बोम्मई को दी नसीहत , जानें क्या कहा...

कर्नाटक में 22 मार्च को शुरू हुए एक ऐतिहासिक त्योहार के दौरान किसी भी मुस्लिम दुकानदार को व्यापार करने की अनुमति नहीं दी गई…

06:11 PM Mar 31, 2022 IST | Desk Team

कर्नाटक में 22 मार्च को शुरू हुए एक ऐतिहासिक त्योहार के दौरान किसी भी मुस्लिम दुकानदार को व्यापार करने की अनुमति नहीं दी गई…

कर्नाटक में 22 मार्च को शुरू हुए एक ऐतिहासिक त्योहार के दौरान किसी भी मुस्लिम दुकानदार को व्यापार करने की अनुमति नहीं दी गई। जिसपर  बायोकॉन प्रमुख किरण मजूमदार-शॉ ने  कर्नाटक  के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से  कहा  बढ़ते धार्मिक विभाजन का जल्द हल निकालें नहीं तो इस सांप्रदायिकता में देश तबाह हो जाएगा। कर्नाटक शासित भाजपा ने मजूमदार पर इसे राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है।
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मजूमदार-शॉ की उस चिंता की ओर भी लोगों


उन्होंने कहा कि कर्नाटक शांति और प्रगति के लिए जाना जाता है और इसे कायम रखने में हर किसी से सहयोग देने को कहा। उन्होंने मजूमदार-शॉ की उस चिंता की ओर भी लोगों का ध्यान आकृष्ट किया, जिसमें उन्होंने (मजमूदार-शॉ ने) कहा है कि हमेशा से समावेशी आर्थिक विकास का रास्ता अपनाने वाले राज्य में यदि सूचना प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (आईटी/बीटी) सेक्टर साम्प्रदायिक हो जाते हैं तो यह वैश्विक नेतृत्व को तहस-नहस कर देगा।
कर्नाटक ने हमेशा आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया



उन्होंने मुख्यमंत्री को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक ने हमेशा आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है और हमें साम्प्रदायिक प्रतिरोध की अनुमति नहीं देनी चाहिए। यदि आईटीबीटी क्षेत्र साम्प्रदायिक हो गया तो यह हमारे वैश्विक नेतृत्व को तहस-नहस कर देगा। बी एस बोम्मई कृपया धर्म के आधार पर विभाजन के मुद्दे का निपटारा करें।’’ उन्होंने यह ट्वीट वार्षिक हिन्दू मेले के दौरान गैर-हिन्दू कारोबारियों और विक्रेताओं को मंदिर के आसपास कारोबार करने देने से इनकार किये जाने की घटनाओं के संदर्भ में किया था।
राज्य में कई मुद्दे विचार के लिए आए हैं, बोम्मई ने कहा
ट्वीट के संदर्भ में पूछे गये एक सवाल के जवाब में बोम्मई ने कहा, ‘‘राज्य में कई मुद्दे विचार के लिए आए हैं। यूनीफॉर्म के मुद्दे का फैसला उच्च न्यायालय ने कर दिया है। अन्य मुद्दों पर संबंधित लोगों से मेरी अपील है कि हम अपनी मान्यताओं के आधार पर अपनी जिन्दगी इतने सालों से काट रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति को शांति-व्यवस्था स्थापित करने में सहयोग करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक शांति एवं प्रगति के लिए जाना जाता है और प्रत्येक व्यक्ति को संयम बरतना चाहिए तथा यह देखना चाहिए कि यह (शांति व्यवस्था) प्रभावित न हो। इसलिए (ऐसे मुद्दे पर) सार्वजनिक मंच पर जाने से पहले हर किसी को संयम बरतना चाहिए।’’भाजपा राष्ट्रीय महासचिव सीटी कुमार ने मंगलवार को हलाल फुड को ‘आर्थिक जिहाद’ करार दिया था।

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