भारत से हर साल 10 अरब डॉलर की सोर्सिंग के लक्ष्य पर कायम Walmart! जानें कंपनी का नया प्लान
Walmart: दुनिया की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल, कंपनी 2027 तक भारत से हर साल 10 अरब डॉलर का सामान खरीदने के अपने लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में लगातार काम कर रही है. इस हफ्ते वॉलमार्ट के सीईओ डग मैकमिलन भारत दौरे पर रहे, जहां उन्होंने कहा कि कंपनी विभिन्न श्रेणियों में भारतीय निर्माताओं के साथ सहयोग को मज़बूती से आगे बढ़ा रही है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, वॉलमार्ट ने यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य दिसंबर 2020 में घोषित किया था, जिसका उद्देश्य भारत से गार्मेंट्स, खाद्य उत्पादों और खिलौनों जैसी प्रमुख श्रेणियों के निर्यात को प्रोत्साहित करना है. डग मैकमिलन के अनुसार, कंपनी अब सीमित श्रेणियों से बढ़कर एक विविध और व्यापक आपूर्ति नेटवर्क की दिशा में बढ़ रही है.
‘वॉलमार्ट वृद्धि’ कार्यक्रम की समीक्षा
मैकमिलन ने अपने भारत दौरे के दौरान ‘वॉलमार्ट वृद्धि’ कार्यक्रम की समीक्षा की, जो वॉलमार्ट का एक प्रमुख सप्लायर विकास पहल है. इस पहल के तहत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को व्यावसायिक कौशल, डिजिटल टूल्स और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुंचने में सहायता दी जाती है.
2019 में शुरू हुई यह पहल अब तक 70,000 से अधिक एमएसएमई को प्रशिक्षण दे चुकी है. इस महीने की शुरुआत में वॉलमार्ट ने घोषणा की कि वह अगले तीन वर्षों में एक लाख अतिरिक्त एमएसएमई को इस कार्यक्रम से जोड़ने की योजना बना रही है.
डिजिटल नवाचार- सप्लाई चेन पर फोकस
भारत में वॉलमार्ट का ध्यान केवल सोर्सिंग पर ही नहीं, बल्कि डिजिटल नवाचार और समावेशी सप्लाई चेन के विकास पर भी केंद्रित है. इस यात्रा के दौरान डग मैकमिलन ने वॉलमार्ट की इन पहलों की गहराई से समीक्षा की और स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई.
फ्लिपकार्ट और फोनपे की तारीफ
डग मैकमिलन ने भारत में वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट और डिजिटल भुगतान सेवा फोनपे के प्रदर्शन की भी सराहना की. उन्होंने इन दोनों कंपनियों की नवाचार क्षमता और उपभोक्ता सेवा में उनकी भूमिका को रेखांकित किया. फोनपे की पहुँच और इसकी ट्रांज़ैक्शन दक्षता को उन्होंने भारत के डिजिटल इकोसिस्टम के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया.
भारत का वॉलमार्ट से जुड़ाव
वॉलमार्ट पिछले बीस वर्षों से भारत में सक्रिय है और अब तक भारत से 30 अरब डॉलर से अधिक के उत्पादों की वैश्विक स्तर पर सोर्सिंग कर चुकी है. बेंगलुरु स्थित इसका वैश्विक सोर्सिंग केंद्र 2002 में स्थापित हुआ था, जो भारतीय निर्माताओं को अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, मध्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे प्रमुख बाज़ारों से जोड़ता है. (Walmart)
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