Kuldhara Haunted Village: ये है राजस्थान की वो खौफनाक जगह जहां से रातों-रात गायब हुए 5000 से ज्यादा लोग, जाने क्या है अनसुलझा रहस्य
Kuldhara Haunted Village: दुनिया में ऐसी बहुत सी जगह हैं, जिसका अपना-अपना रहस्य है। जब बात राजस्थान की होती है, तो सबसे पहले लोगों के मन में कुछ भूतिया ख्याल ही आता है। क्या आप जानते हैं, राजस्थान का कुलधरा गांव जो भारत के सबसे डरावने और भूतिया गावों में से एक है। इस गांव के पीछे काफी रहस्यमयी कहानियां हैं, जिसको सुनते ही लोग डर जाते हैं।
200 साल पहले इस गांव में ऐसा कुछ हुआ था, जिसके बाद से अभी तक ये गांव बस नहीं पाया है। कहा जाता है कि इस गांव से एक ही रात में 5000 से अधिक लोग अचानक गायब हो गए थे। आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ था, जिसके कारण गांववासी रातों-रात सब छोड़ कर चले गए।
राजस्थान का कुलधरा गांव दुनिया के सबसे भूतिया गावों में से एक माना जाता है। जब बात किसी डरावनी जगह की होती है, तो इसका नाम सबसे ऊपर आता है। राजस्थान के जैसलमेर से 14 किमी की दूर पर यह गांव मौजूद है, जो पिछले 200 साल से खाली पड़ा है और आज भी लोग यहां रहने की बात सुनकर ही डर जाते हैं।
माना जाता है कि इस गांव को साल 1300 में पालीवाल ब्राह्मण समाज ने सरस्वती नदी के किनारे बसाया था। उस समय यहां बहुत संख्या में लोग रहते थे और वहां काफी चहल-पहल भी रहा करती थी। लेकिन आज का समय ऐसा है कि किसी भी इंसान को इस गांव के आस-पास भटकने से भी डर लगता है।
Kuldhara Haunted Village History: कुलधरा गांव का इतिहास

कुलधरा गांव को बसाने में ब्राह्मणों का हाथ था। इस गांव की कई रहस्य मयी बातें पुस्तकों और साहित्यिक प्रांतों में लिखी हैं। पाली के एक ब्राह्मण कधान ने सबसे पहले इस जगह पर अपना घर बनाया था। साथ में एक तालाब भी खोदा था। जिसका नाम उसने उधनसर रखा था। पाली ब्राह्मणों को पालीवाल कहा जाता था।कहानी के अनुसार 1800 सदी में इस गाओं का मंत्री सलीम सिंह था, जो एक पूरे एक जागीर या राज्य को चलाता था।
सलीम सिंह लोगों से पैसे लेता था और फिर उन्हें कभी वापस नहीं करता था। ऐसे ही उसने कई लोगों के साथ विश्वासघात किया था। जब ग्रामीणों पर कर लगाया जाता था, तो वो काफी परेशान हो जाते थे। कहा जाता है कि सलीम सिंह गांव के प्रधान की बेटी को काफी पसंद करता था। जिसके बाद उसने गांव वालों को धमकी दी कि अगर किसी ने भी इस बात का विरोध करने की कोशिश की तो वह उन लोगों से और कर वसूल करेगा।
लोग उसकी इस धमकी से डर गए, जिसके बाद प्रधान गांव वालों और अपनी बेटी की जान बचाने के लिए रातों-रात पूरा गांव छोड़कर फरार हो गया। सभी लोग गांव को वीरान छोड़कर किसी दूसरी जगह पर चले गए। ऐसा बताया जाता है कि जब गांव वाले ये गांव छोड़कर जा रहे थे, तो उन्होंने इस गांव को श्राप दिया था कि ये गांव हमेशा वीरान रहेगा और यहां कभी कोई बस नहीं पाएगा।
Kuldhara Ghost Village: क्यों कहा जाता है कुलधरा गांव को भूतिया

कुलधरा गांव में अभी भी लोग घूमने के लिए आते हैं, लेकिन आज तक यहां किसी व्यक्ति का घर नहीं बस पाया है। इस गांव में 1300 में जो हुआ था उसकी कुछ झलकियां आज भी यहां देखने को मिल जाएंगी। यह क्षेत्र एक विशाल जगह में फैला हुआ है, जिसमें कई छोटी-छोटी बस्तियां शामिल हैं। यहां की सभी झोपड़ियां टूट चुकी हैं। अब यह गांव पूरी तरह खंडहर हो चुका है। इस गांव में आप जब भी घूमने आएं, तो सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक आराम से घूमें। हालांकि इस जगह को काफी भूतिया माना जाता है, इसलिए आस-पास के लोग सूर्यास्त के बाद इसे बंद कर देते हैं।
यह जगह राजस्थान में है, इसलिए ये काफी गर्म होती है। इसलिए अगर आप यहां घूमना चाहते हैं, तो अक्टूबर और मार्च का महीना सबसे बेस्ट है। कुलधरा गांव जैसलमेर के मुख्य शहर से करीब 18-20 किलोमीटर की दूरी पर है। इसलिए राजस्थान में यात्रा करते समय, जब आप जैसलमेर पहुंचते हैं, तो आप शहर से कैब ले सकते हैं। ये कैब आपको कुलधरा गांव ले जाएंगी।