हरियाणा में बढ़ने वाले हैं जमीन के दाम, रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण होगा शुरू
रेलवे परियोजना से हरियाणा में आर्थिक विकास को मिलेगी रफ्तार
पंजाब और हरियाणा में नई रेल लाइन बिछाने के लिए जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाएगा। इसके तहत दिल्ली से जम्मू-कश्मीर तक करीब 600 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही कंपनी ने सर्वे से जुड़ी एफएसएल यानी अलाइनमेंट रिपोर्ट अंबाला मंडल रेल प्रबंधक को सौंप दी गई है। यह रेलवे लाइन हरियाणा और पंजाब से होकर गुजरेगी जिसकी वजह से कई राज्यों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
जानकारी के मुताबिक, प्रोजेक्ट के लिए हजारों एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। रेलवे ट्रैक के आसपास की जमीन के रेट कई गुना बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है। प्रोजेक्ट पर अंतिम मंजूरी रेलवे बोर्ड द्वारा दी जाएगी।
मंजूरी मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट पर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। इसके लिए रेलवे बोर्ड के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। रेलवे ने इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी पुणे की एक कंपनी को सौंप दी गई थी। इस प्रोजेक्ट के सर्वे की रिपोर्ट अंबाला मंडल रेल प्रबंधक को दे दी गई है।
तीन चरणों में किया गया सर्वे
नई रेल लाइन का सर्वे तीन चरणों में किया गया था। जिसमें दिल्ली से अंबाला, अंबाला से जालंधर और जालंधर से जम्मू शामिल हैं। इस सर्वे की रिपोर्ट दिल्ली, अंबाला और जालंधर डिवीजनों को भेजी गई है। ताकि हर डिवीजन अपने हिस्से में आ रही 200 किलोमीटर नई रेलवे लाइन का काम संभाल सके। इस परियोजना के पूरा होने के बाद हरियाणा, पंजाब और उत्तर भारत के दूसरे राज्यों की कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।
अप्रैल 2024 में नई रेल लाइन का सर्वे शुरू कर दिया गया था
रेलवे ट्रेक के आसपास के इलाकों के आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी। रेलवे ट्रैफिक में कमी आएगी, जिसकी वजह से मौजूदा रूटों पर दबाव कम हो जाएगा। यात्री दिल्ली से जम्मू तक का सफर कम समय में कर सकेंगे। इस परियोजना से क्षेत्रीय विकास में तेजी आएगी। मालगाड़ियों का संचालन भी सुगम हो जाएगा।