Jagannath Rath Yatra का दूसरा दिन, आज मौसी के घर जाएंगे भगवान जगन्नाथ
विश्व प्रसिद्ध Jagannath रथ यात्रा का भव्य शुभारंभ 27 जून से हो गया है। यह यात्रा प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर से होकर गुंडिचा मंदिर 12 दिनों तक चलेगी और 8 जुलाई को भव्य समापन होगा। मान्यता है कि जगन्नाथ, उनकी दीदी सुभद्रा और भाई बलभद्र देवताओं को गुंडिचा मंदिर पर भव्य और धूमधाम रथ यात्रा के जरिए मदिंर में लाया जाता है। आज जगन्नाथ रथ यात्रा का दूसरा दिन है, यात्रा के दौरान भक्तों का जनसैलाब उमड़ गया है। बता दें कि आज भगवान जगन्नाथ जी के रथ को भव्य और धूमधाम से खींचा जाएगा और उनके मौसी के घर माने जाने वाले गुंडिचा मंदिर लाया जाएगा।
कब तक रहेंगें गुंडिचा मंदिर ?
भगवान जगन्नाथ का रथ खींचने में विदेशों से भी भक्त आए है। आज रथ यात्रा का दूसरा दिन है आज भगवान जगन्नाथ को भाई और बहन के साथ मौसी के घर लाया जाएगा। बता दें कि प्रसिद्ध गुंडिचा मंदिर को जगन्नाथ का मौसी का घर कहा जाता है और वह यह 9 दिन तक रहेंगें। 9 दिन बाद 5 जुलाई को अपने स्थान पर लौटेंगे।
रथयात्रा के दौरान हादसा
भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा के पहले दिन रथ खींचने के दौरान भगवान बलभद्र का रथ एक मोड़ पर फंस गया था जिसके कारण कई घंटे तक भीड़ एकत्र रही जिससे लगभग 600 से अधिक भक्तों की तबियत खराब और भीड़ से बचने के लिए बाहर निकलने की कोशिश में घायल भी हो गए। सभी को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है, जबकि कम से कम 8 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती किया गया है।
12 दिनों तक चलेगी रथ यात्रा
जगन्नाथ रथ यात्रा का भव्य शुभारंभ हो गया है। बता दें कि यह यात्रा प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर से होकर गुंडिचा मंदिर तक चलेगी। यह मंदिर उड़ीसा राज्य के पुरी में स्थित है। जगन्नाथ यात्रा 12 दिनों तक चलेगी और 8 जुलाई को भव्य समापन होगा। मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ, उनकी दीदी सुभद्रा और भाई बलभद्र देवताओं को गुंडिचा मंदिर तक भव्य और धूमधाम रथ यात्रा के जरिए मदिंर में लाया जाता है और कई धार्मिक अनुष्ठान और पूजा पाठ की जाती है
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