मैग्नस कार्लसन ने गुकेश की बहादुरी पर उठाए सवाल, जीत के बाद की आलोचना
कार्लसन ने गुकेश की बहादुरी पर उठाए सवाल, अनुभव की कमी को बताया हार का कारण
शतरंज ग्रैंडमास्टर मैग्नस कार्लसन ने हाल ही में विश्व चैंपियन बने गुकेश डोमाराजू से फ्रीस्टाइल शतरंज में भिड़ने के बाद उनकी प्रशंसा की लेकिन साथ ही 18-वर्षीय खिलाड़ी की आलोचना भी की क्यूंकि वह सबसे महत्वपूर्ण समय पर बहादुर नहीं दिखे। राउंड रॉबिन स्टेज के आखिरी गेम में गुकेश को कार्लसन से हार का सामना करना पड़ा।
जीत के बाद कार्लसन ने कहा,
“मुझे लगता है कि खेल लंबे समय तक बहुत अच्छा रहा। मैं e4, e5 के साथ केंद्र में इस काउंटर स्ट्राइक में शामिल होने से बहुत खुश था। मैंने सोचा, मुझे नहीं पता, मुझे लगा कि मेरी रानी विकर्ण को नियंत्रित कर रही है, मेरे पास हमेशा रूक e8 और फिर लॉन्ग कैसलिंग के साथ ये तरकीबें होती हैं और ऐसा लगा कि उसकी स्थिति थोड़ी अस्थिर थी।”
कार्लसन ने आगे कहा,
“इसके बाद मैं थोड़ा निराश हुआ क्योंकि तब स्थिति बराबरी की थी और ईमानदारी से कहूं तो मुझे लगता है कि यह उसकी ओर से अनुभव की कमी थी क्योंकि उसने बहुत अधिक जोखिम उठाए और फिर जब थोड़ा सा जोखिम उठाने का समय आया तो वह वास्तव में बहादुर था और फिर जब फिर से साहस दिखाने का समय आया तो वह पीछे हट गया लेकिन जब वह पीछे हटा तो अभ्यास में इस स्थिति को बनाए रखना बहुत मुश्किल था और उस समय मुझे लगा कि मेरे जीतने के अवसर बहुत अच्छे थे।”
बता दे, विश्व शतरंज चैंपियनशिप के दौरान भी जब गुकेश का मुकाबला चीन के ग्रैंडमास्टर डिंग लिरेन के खिलाफ हुआ था, तो मैग्नस कार्लसन ने कहा था की वो भारतीय ग्रैंडमास्टर से प्रभावित नहीं थे। कार्लसन ने गुकेश के घड़ी को संभालने के तरीके और जिस तरह से वो बिना ज़रूरत के ऐंडगेम में चले गए, उसकी आलोचना की थी।