महाकुंभ 2025: भाजपा मंत्री ने सपा पर बोला हमला , कहा - सावन के अंधे को हर जगह हरा नजर आता है
उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया..
महाकुंभ-2025 में विपक्षी पार्टियों के भ्रष्टाचार पर आरोप को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बुधवार को विपक्षी दलों पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर सरकार की छवि खराब करने की कोशिश कर रही हैं। चौधरी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भ्रष्टाचारियों को हर जगह भ्रष्टाचार ही नजर आता है। हमें लगता है कि उन लोगों में भारत का डीएनए ही नहीं है।”
भ्रष्टाचारियों को हर जगह भ्रष्टाचार नजर आता है – मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी
महाकुंभ-2025 को लेकर लगे आरोप पर यूपी कैबिनेट के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि सावन के अंधे को हर जगह हरा नजर आता है। ऐसे में जो स्वयं भ्रष्टाचारी होते हैं, उनको हर जगह भ्रष्टाचार नजर आता है। कुंभ जैसे धार्मिक आयोजन के लिए ऐसी बात करना गलत है। कभी-कभी लगता है कि उन लोगों में भारत का डीएनए ही नहीं है।
अखिलेश यादव को कुंभ के बारे में टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं – मंत्री
महाकुंभ में जो भी संत आएं, वो अपने साथ एक साथी को वापस लेकर जाएं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव को कुंभ के बारे में टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें हज यात्रा करनी चाहिए। मैं तो यह कहूंगा कि वो पहले हज यात्रा पर जाएं और वहां से वापस आकर मदरसों पर अपने बयान दें, तो ज्यादा अच्छा रहेगा।
सपा को केवल वक्फ बोर्ड, मदरसे और नमाजी नजर आते हैं – चौधरी
संभल में समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल द्वारा मिले दस्तावेजों को डीएम के गलत बताने पर लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि सपा को केवल वक्फ बोर्ड, मदरसे और नमाजी नजर आते हैं। इसके अलावा कुछ नजर नहीं आता। उनको समझना चाहिए कि यह हिंदुस्तान की धरती है और वक्फ बोर्ड कल-परसो का है, जिसको सभी अच्छे से जानते हैं। जहां महादेव की तपोस्थली हो, महादेव और सनातन धर्म की आस्था के मंदिर हो, वहां पर वक्फ बोर्ड का क्या मतलब है?
भाजपा मंत्री ने सपा पर बोला हमला
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे बहुत से दस्तावेज सामने आए हैं, जो 2014 में राम मंदिर नाम से दर्ज थे, लेकिन उनको कटवाकर वक्फ बोर्ड और कब्रिस्तान के नाम दर्ज किया गया। ऐसे कई सारे उदाहरण हैं।