हरियाणा के हर गांव में महिला चौपाल, सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
महिला चौपाल से हरियाणा के गांवों में सशक्तिकरण को बढ़ावा
हरियाणा सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ‘महिला चौपाल’ की स्थापना का ऐलान किया है। पहले चरण में 754 गांवों में चौपालें बनाई जाएंगी, जिनके लिए 64 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। इन चौपालों में महिलाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।महिला चौपालों के पहले चरण के लिए उन गांवों का चयन किया गया है जहां पहले से मौजूद इमारतों को मरम्मत कर उपयोग में लाया जा सकता है।
हरियाणा सरकार ने ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक अहम कदम उठाते हुए ‘महिला चौपाल’ की स्थापना का ऐलान किया है। पहले चरण में राज्य के 754 गांवों में महिला चौपालें बनाई जाएंगी, जिनके लिए 64 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस योजना की आधिकारिक घोषणा 24 अप्रैल को पंचकूला में होने वाले पहले राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में करेंगे।
इन चौपालों को केवल सामुदायिक केंद्र नहीं बल्कि महिला सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां महिलाओं को गायन, नृत्य और अन्य मनोरंजन गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिससे न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि सामाजिक सहभागिता को भी बल मिलेगा।
गांवों की पुरानी इमारतों में होगा नया जीवन
महिला चौपालों के पहले चरण के लिए उन गांवों का चयन किया गया है जहां पहले से मौजूद इमारतों को मरम्मत कर उपयोग में लाया जा सकता है। सरकार द्वारा कराए गए फील्ड सर्वे में ऐसी इमारतों की पहचान की गई, जिन्हें कभी इस्तेमाल नहीं किया गया या अधूरी रह गई थीं। इन इमारतों को अब ग्रामीण महिलाओं के लिए समर्पित सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में उपयोग में लाया जाएगा।
पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री करेंगे संबोधन
24 अप्रैल को पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में आयोजित पंचायती राज दिवस समारोह में 6,000 निर्वाचित प्रतिनिधियों की मौजूदगी में इस योजना की शुरुआत होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव संबोधन भी इस अवसर पर प्रसारित किया जाएगा, जो बिहार के मधुबनी से राष्ट्रीय कार्यक्रम में भाग लेंगे।
हिसार-अयोध्या फ्लाइट को PM मोदी ने दिखाई हरी झंडी, हरियाणा के विकास को नई ऊंचाई
सरपंचों को मिलेगी जिम्मेदारी, महिलाओं को मिलेगा मंच
योजना को सफलतापूर्वक लागू करने की जिम्मेदारी ग्राम सरपंचों को सौंपी जाएगी। सरकार का उद्देश्य है कि महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलकर एक सुरक्षित और सृजनात्मक वातावरण में जुड़ें। हरियाणा में पहले से ही 100 से अधिक महिला चौपालें मौजूद हैं, जिन्हें इस योजना के तहत और भी सक्रिय बनाया जाएगा।