सेना प्रमुख से मिले मनोज सिन्हा, कहा - "पहलगाम हमले के हर गुनहगार को मिले कड़ी सज़ा"
मनोज सिन्हा की सेना प्रमुख से मुलाकात, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से मुलाकात कर पहलगाम हमले के दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की। बैठक में आतंकवाद के पूरे ढांचे को खत्म करने पर जोर दिया गया और सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाने पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने ज़ोर दिया कि सिर्फ आतंकियों को मारना ही काफी नहीं है, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क—समर्थकों, मददगारों, और फंडिंग चैनलों को भी खत्म करना होगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी से मुलाकात कर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हालात की समीक्षा की। यह बैठक खासतौर पर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनज़र बुलाई गई थी, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। उपराज्यपाल ने सेना प्रमुख से न सिर्फ हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए ठोस कार्रवाई करने को कहा, बल्कि आतंकवाद के पूरे ढांचे और उसकी जड़ को खत्म करने के लिए निर्णायक प्रयास करने पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि देश की जनता को सेना, पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की बहादुरी और पराक्रम पर पूरा भरोसा है, और सभी सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर सुनियोजित और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
“हर गुनहगार को ढूंढो, कोई भी छूटना नहीं चाहिए”: मनोज सिन्हा
उपराज्यपाल ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम हमले के हर गुनहगार, समर्थक और ओवरग्राउंड वर्कर (OGWs), चाहे वे कहीं भी हों, उन्हें ढूंढकर सज़ा दी जानी चाहिए। उन्होंने इसे एक कायरतापूर्ण और क्रूर हमला करार देते हुए कहा कि नागरिकों पर इस तरह का हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ सुरक्षा समीक्षा
बैठक में उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एम. वी. सुचिंद्र कुमार, डिप्टी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और 15 कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल प्रशांत श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। बैठक में दीर्घकालिक रणनीति, तालमेल और समन्वय बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
घाटी में सेना की कड़ी निगरानी, सर्च ऑपरेशन तेज
जनरल द्विवेदी के श्रीनगर पहुंचने के बाद 15 कोर के कमांडर ने उन्हें घाटी की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी। इसके बाद उन्होंने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ भी मुलाकात की। सेना फिलहाल हाई अलर्ट पर है और घाटी में कई जगह तलाशी अभियान चला रही है।
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एलओसी पर पाकिस्तानी सेना की कोशिशों पर ब्रीफिंग
सेना प्रमुख को पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर संघर्षविराम उल्लंघन की कोशिशों और आतंकियों को भारत में घुसपैठ कराने की साजिशों के बारे में भी जानकारी दी गई। सेना लगातार इन प्रयासों को नाकाम करने के लिए सजग है। बैठक के दौरान उपराज्यपाल ने ज़ोर दिया कि सिर्फ आतंकियों को मारना ही काफी नहीं है, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क—समर्थकों, मददगारों, और फंडिंग चैनलों को भी खत्म करना होगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।