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श्री फतेहगढ़ साहिब में शुरू हुआ शहीदी जोड़ मेला, देश-विदेश से पहुंच रही संगत

दशम पिता सरबंस धानी श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह समेत माता गुजरी जी की शहादत को समर्पित शहीदी जोड़ मेेेेला श्री फतेहगढ़ साहिब जी की इतिहासिक और पावन धरती पर शुरू हो गया।

01:53 PM Dec 27, 2019 IST | Shera Rajput

दशम पिता सरबंस धानी श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह समेत माता गुजरी जी की शहादत को समर्पित शहीदी जोड़ मेेेेला श्री फतेहगढ़ साहिब जी की इतिहासिक और पावन धरती पर शुरू हो गया।

श्री फतेहगढ़ साहिब में शुरू हुआ शहीदी जोड़ मेला  देश विदेश से पहुंच रही संगत
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लुधियाना- श्री फतेहगढ़ साहिब : दशम पिता सरबंस धानी श्री गुरू गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह समेत माता गुजरी जी की शहादत को समर्पित शहीदी जोड़ मेेेेला श्री फतेहगढ़ साहिब जी की इतिहासिक और पावन धरती पर शुरू हो गया।
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सिख कौम केे लिए परिवार समेत अपना सबकुछ कुर्बान करने वाले दशम पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और साहिबजादों को कड़ाके की ठंड केे बीच नमन करने के लिए देश-विदेश से हजारों की संगत के रूप में इस पावन धरती पर श्रद्धासुमन के लिए पहुंच रहे है। तीन दिवसीय जोड़ मेले की शुरूआत शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से आज गुरूद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब जी की आरंभिकता के साथ की गई जबकि श्री अखंड पाठ साहिब के भोग 13 पोह (28 दिसंबर) को डाले जाएंगे।
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यह गुरुद्वारा साहिब उस स्थान पर सुशोभित है, जहां छोटे साहिबजादों व माता गुजरी जी का अंतिम संस्कार किया गया था। इस स्थान को दुनिया की सबसे कीमती जगह होने का गौरव भी प्राप्त है। गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के हेड ग्रंथी भाई हरपाल सिंह ने अरदास की। इसके बाद उन्होंने कहा कि फतेहगढ़ साहिब की धरती खालसा पंथ व नौजवान पीढ़ी को स्वाभिमान देती है और आत्मविश्वास पैदा करती है।
उन्होंने कहा कि हमें सिख इतिहास से प्रेरणा लेकर गुरु साहिबान के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर को सुबह साढ़े आठ बजे श्री अखंड पाठ साहिब के भोग डाले जाएंगे। 9 बजे के करीब गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब से विशाल नगर कीर्तन रवाना होगा, जो गुरुद्वारा श्री ज्योति स्वरूप साहिब आकर संपन्न होगा।
यहां नगर कीर्तन में शामिल संगत एक स्वर मेें जपुजी साहिब का पाठ करती है। एसजीपीसी सदस्य भाई गुरप्रीत सिंह रंधावा ने कहा कि संसारभर के सिख इस शहादत को नमन करने फतेहगढ़ साहिब पहुंच रहे हैं। शहादत के ये दिन वैराग के प्रतीक हैं, न कि शोक के। इस शहादत की मिसाल कहीं नहीं मिलती। इस अवसर पर डिप्टी कमिश्नर अमृत कौर गिल, एडीसी (जनरल) जसप्रीत सिंह, एसडीएम डॉ. संजीव कुमार, एसजीपीसी सदस्य करनैल सिंह पंजोली, गुरुद्वारा साहिब मैनेजर नत्था सिंह भी उपस्थित थे।
एसएसपी अमनीत कौंडल ने बताया कि सुरक्षा के लिए 11 एसपी, 26 डीएसपी समेत 2600 मुलाजिम तैनात हैं, जो दिन रात ड्यूटी करेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर पांच सेक्टर बनाए गए हैं और हर सेक्टर की कमान एक एसपी को सौंपी गई है।
इसके अलावा पुलिस 200  से भी नजर रख रहे हैं। सभा के दौरान संगत के रुकने के लिए तीन जगहों पर रैनबसेरे बनाए गए हैं।
डीसी अमृत कौर गिल ने शहीदी सभा के दौरान सभा के एरिया में 29 दिसंबर तक आम पब्लिक या प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा ड्रोन कैमरे उड़ाने पर पाबंदी के आदेश जारी किए हैं। शहीदी सभा के दौरान बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों को ऐतिहासिक गुरुद्वारों तक पहुंचाने के लिए ई-रिक्शा की सुविधा प्रशासन फ्री प्रदान करवा रहा है। इसकी शुरुआत ज्योति स्वरूप चौक से विधायक कुलजीत सिंह नागरा ने की। कुल 30 ई-रिक्शा चलाए गए हैं।
– सुनीलराय कामरेड
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