कृष्ण नगरी मथुरा में 21 या 22 अक्टूबर कब है गोवर्धन पूजा? ब्रज भूमि में ये क्यों है खास
Mathura Vrindavan Govardhan Puja: हर साल दिवाली के बाद ही गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस दिन गाय की पूजा होती है। इतना ही नहीं इस अवसर पर गोवर्धन पर्वत की भी पूजा होती है. सभी घरों में अन्नकूट बनाया जाता है और भगवान श्री कृष्ण को चढ़ाया जाता है। बताते चले कि इस त्योहार का पूरा संबंध श्री कृष्ण से है। इस पर्व को देशभर में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। इस त्योहार को ब्रज भूमि जैसे वृंदावन, मथुरा, नंद गांव, गोकुल और बरसाना में भव्य तरीके से मनाया जाता है। तो ऐसे में चलिए जानते है मथुरा-वृंदावन में यह त्योहार कब मनाया जाएगा?
Mathura Govardhan Puja: मथुरा-वृंदावन में आज है गोवर्धन पूजा

दिवाली के दूसरे दिन ब्रज की धरती भक्ति और उल्लास से सराबोर रहती है। ऐसे में आज बुधवार को मथुरा-वृंदावन में गोवर्धन पूजाकी धूम है। आज गिरिराज धरण के चरणों में भक्ति का सागर उमड़ रहा है। बुधवार, 22 अक्टूबर को पूरे ब्रज में गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव मनाया जा रहा है।
Govardhan Puja 2025 Kab Hai: आज देशभर में गोवर्धन पूजा की धूम

हिंदू पंचांग के मुताबिक, कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि इस साल 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट से शुरू होकर 22 अक्टूबर की रात 8 बजकर 16 मिनट तक रहेगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार गोवर्धन पूजा का पर्व आज यानी दिन बुधवार 22 अक्टूबर 2025, को मनाया जाएगा।
Govardhan Puja 2025: गोवर्धन पूजा कैसे करते हैं?

इस दिन हम अन्नकूट की तैयारी करते हैं। अन्नकूट शब्द का अर्थ है "अन्न का पर्वत". गोवर्धन का प्रतीक बनाना। गोबर या मिट्टी से बना एक छोटा सा टीला गोवर्धन पर्वत का प्रतीक है। आरती और प्रार्थना करना। इसके बाद गोवर्धन पर्वत का परिक्रमा करना।
Govardhan Puja 2025 Shubh Yog: गोवर्धन पूजा 2025 शुभ मुहूर्त

इस वर्ष गोवर्धन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त दोपहर 3:13 बजे से शाम 5:49 बजे तक रहेगा। इस दिन स्वाति नक्षत्र और प्रीति योग का विशेष संयोग बन रहा है। खास बात यह है कि इस तिथि पर ग्रहों के राजा सूर्य तुला राशि में स्थित रहेंगे, और चंद्रमा भी उसी राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में यह समय पूजा-पाठ और शुभ कार्यों के लिए अत्यंत फलदायक और कल्याणकारी माना जा रहा है।