MSME में 34 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला: मंत्री जीतन राम मांझी
राज्यसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी बताया कि वर्ष 2014 से उद्यम और उद्यम सहायता पोर्टल के माध्यम से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) में 34 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। साथ ही लघु उद्यमों के श्रमिकों को प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना जैसे कई कार्यक्रमों के तहत वित्तीय सहायता मिली है। सरकार MSME क्षेत्र को भारत के विनिर्माण और औद्योगिक विकास की रीढ़ मानती है और समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
रोजगार के मिले अवसर
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बताया कि देश में MSME की संख्या बढ़कर 6 करोड़ से अधिक हो गई है। करोड़ों लोगों को रोज़गार के अवसर मिल रहे हैं। साथ ही MSME की परिभाषा का अधिक विस्तार किया गया है जिससे लोन मिलना आसान हुआ है। दस साल पहले MSME को लगभग 12 लाख करोड़ रुपये का लोन मिलता था। अब बढ़कर लगभग 30 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
MSME पर बढ़ी लोन गारंटी
PM मोदी ने बजट में एमएसएमई लोन के लिए गारंटी कवर को दोगुना करके 20 करोड़ रुपये कर दिया गया है। साथ ही कार्यशील पूंजी की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए 5 लाख रुपये की सीमा वाले क्रेडिट कार्ड भी उपलब्ध कराने का वादा किया है।
क्या कहा गया रिपोर्ट में
जारी की गई रिपोर्ट में महत्वपूर्ण निष्कर्षों में से एक MSME की आधिकारिक लोन तक पहुँच में बेहतर सुधार हुआ है। वर्ष 2020 और 2024 के बीच, अनुसूचित बैंकों के माध्यम से लोन हासिल करने वाले सूक्ष्म और लघु उद्यमों की हिस्सेदारी 14 प्रतिशत से बढ़कर 20 प्रतिशत हो गई, जबकि मध्यम उद्यमों की हिस्सेदारी 4 प्रतिशत से बढ़कर 9 प्रतिशत हो गई।
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