SMAT में धूम मचा रहे Shami भारतीय टीम से आखिर क्यों हैं बाहर, सवालों के घेरे में फसे Gambhir Agarkar
Mohammed Shami fitness and form: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी भले ही इस वक्त अंतरराष्ट्रीय टी20 टीम का हिस्सा न हों, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका जलवा अब भी पहले जैसा ही है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शमी ने एक बार फिर दिखा दिया कि क्लास कभी फीकी नहीं पड़ती। उनकी तेज और सटीक गेंदबाज़ी ने सर्विसेज़ की टीम को शुरुआत से ही दबाव में डाल दिया और मैच का रुख बंगाल की तरफ मोड़ दिया।
Mohammed Shami fitness and form: शमी की चमक और बंगाल की आसान जीत
शमी ने मैच की पहली ही ओवर में वह किया जिसकी उनसे उम्मीद रहती है—विकेट। उन्होंने सर्विसेज़ के दोनों शुरुआती बल्लेबाज़ों को तुरंत पवेलियन भेजकर विपक्षी टीम को झटका दे दिया। बाद में उन्होंने दो और विकेट लेकर अपना शानदार spell 4 विकेट के साथ पूरा किया। शमी की नियंत्रित लाइन और लेंथ के सामने सर्विसेज़ की टीम खुलकर खेल ही नहीं पाई और 165 रन पर ऑल आउट हो गई।
बंगाल की बल्लेबाज़ी भी काफी मजबूत रही। कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन ने धुआंधार 58 रन बनाकर टीम को अच्छी शुरुआत दी। उनके साथ अभिषेक पोरेल ने भी सिर्फ 29 गेंदों पर 56 रन ठोक दिए। दोनों के बीच हुई तेज 93 रनों की साझेदारी ने मैच को एकतरफा बना दिया। बंगाल ने लक्ष्य सिर्फ 15 ओवर में ही हासिल कर लिया और टूर्नामेंट में अपनी चौथी जीत दर्ज की। इस जीत के साथ बंगाल ने पॉइंट्स टेबल में टॉप पोज़िशन भी हासिल कर ली।
Mohammed Shami fitness and form: टीम इंडिया में वापसी की चर्चाएं तेज
Mohammed Shami की यह घरेलू फॉर्म ऐसे समय में सामने आई है जब भारतीय गेंदबाज़ों के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका दौरे पर कुछ गेंदबाज महंगे साबित हुए, जिसके बाद फैंस और पूर्व क्रिकेटर्स ने शमी की वापसी की मांग तेज कर दी है। कई क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि शमी जैसा अनुभवी और भरोसेमंद गेंदबाज टीम में होना चाहिए, खासकर तब जब जसप्रीत बुमराह जैसे प्रमुख गेंदबाज हर मैच में उपलब्ध न हों।
पूर्व क्रिकेटर Harbhajan Singh ने भी हाल ही में अपनी राय रखते हुए कहा कि Mohammed Shami जैसे सीनियर बॉलर को टीम से बाहर रखना समझ से बाहर है। उनका कहना है कि युवा गेंदबाजों के साथ अनुभव का सही संतुलन जरूरी होता है, और शमी इस बैलेंस को मजबूत बनाते हैं।
शमी की गेंदबाजी में पहले जैसी धार अब भी दिखाई दे रही है। उनकी फिटनेस, उनकी स्पीड और उनकी विकेट लेने की क्षमता सबकुछ शानदार दिख रहा है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय चयनकर्ता आने वाले महीनों में उन्हें बड़े टूर्नामेंट्स के लिए टीम में जगह देते हैं या नहीं। एक बात तो तय है घरेलू स्तर पर उनकी धमाकेदार प्रदर्शन से उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे अभी भी भारत के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाजों में से एक हैं।
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