पूर्वोत्तर में अटका मानसून: तेज बारिश और लैंडस्लाइड से तबाही
मानसून की बाढ़ से पूर्वोत्तर में हालात बिगड़े, लैंडस्लाइड की चेतावनी
पूर्वोत्तर भारत में मानसून की देरी से भारी बारिश और लैंडस्लाइड ने तबाही मचाई है, जिसमें 36 लोगों की जान चली गई। मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति है। सरकार ने 165 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां हजारों लोग शरण ले रहे हैं।
देश में 29 मई को पूर्वोत्तर से दस्तक देने वाला मानसून अब तक वहीं अटका हुआ है। इसके चलते मणिपुर, असम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम और सिक्किम जैसे राज्यों में भारी बारिश जारी है। बीते 5 दिनों में बाढ़ और लैंडस्लाइड की घटनाओं में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, मध्यप्रदेश और राजस्थान समेत 20 राज्यों में आज बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है। सरकार ने 165 राहत शिविरों की स्थापना की है, जहां अब तक 31,212 लोगों को शरण दी गई है। राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
असम में बाढ़ से भारी तबाही: 5.35 लाख लोग प्रभावित
असम में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं। यहां के 22 जिलों में 5.35 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 15 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य में सड़कें टूट चुकी हैं, रेल सेवाएं बाधित हैं और बोट सर्विस भी बंद कर दी गई है। सरकार ने 165 राहत शिविरों की स्थापना की है, जहां अब तक 31,212 लोगों को शरण दी गई है। राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) राहत कार्यों में जुटे हुए हैं।
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सिक्किम में लैंडस्लाइड से मचा हाहाकार
उत्तरी सिक्किम के लाचेंग और चुंगथांग कस्बों में लगातार हो रही बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। इसके कारण करीब 1,678 टूरिस्ट्स वहां फंसे हुए थे, जिनमें से 36 को NDRF ने हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया। हालांकि, अभी भी 100 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। मंगन जिले में बाढ़ को ‘आपदा’ घोषित कर दिया गया है। 31 मई की शाम छातेन इलाके में आर्मी कैंप पर भूस्खलन हुआ, जिसमें 3 जवानों की मौत हो गई और 6 अब भी लापता हैं। उनकी तलाश लगातार जारी है।