राहुल गांधी के 'मैच फिक्सिंग' बयान पर एनडीए का तीखा प्रहार
राहुल गांधी के ‘मैच फिक्सिंग’ बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है…
राहुल गांधी के ‘मैच फिक्सिंग’ बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। एनडीए नेताओं ने राहुल पर कड़ा प्रहार करते हुए उनकी गंभीरता पर सवाल उठाए। अश्विनी चौबे और शिवसेना ने राहुल को लोकतंत्र का सम्मान करने की नसीहत दी, जबकि जेडीयू ने बिहार में कांग्रेस के कमजोर जनाधार पर निशाना साधा।
लोकसभा में विपक्ष के नेता के बयान से सियासत गरमाई
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र चुनाव में “मैच फिक्सिंग” की बात कहने और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने के बाद एनडीए के नेताओं ने उन पर जोरदार हमला बोला है। यह बयान राहुल गांधी के एक हालिया लेख के बाद सामने आया, जिसमें उन्होंने चुनावी प्रक्रिया पर संदेह जताया था।
अश्विनी चौबे बोले – “राहुल गांधी गंभीर नेता नहीं”
पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि, “राहुल गांधी बिल्कुल भी गंभीर नेता नहीं हैं। महाराष्ट्र चुनाव को हुए काफी समय हो गया है, अब इस मुद्दे को उठाना दिखाता है कि वह केवल संस्थाओं को बदनाम करना चाहते हैं।”
“जहां हारते हैं, वहीं मशीन खराब लगती है”
चौबे ने सवाल उठाया कि, “अगर वोटिंग पैटर्न या ईवीएम में गड़बड़ी है, तो राहुल गांधी उन्हीं मशीनों से चुनाव कैसे जीत लेते हैं?” उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल को केवल वही संस्थाएं सही लगती हैं, जिन पर उनका नियंत्रण हो।
जेडीयू का हमला – “बिहार में जनाधार खत्म”
जेडीयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा कि राहुल गांधी ने बिहार में कांग्रेस की पराजय को मान लिया है। पिछले 35 वर्षों से कांग्रेस का बिहार में कोई आधार नहीं बचा है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, “अब तो कांग्रेस को दहाई का आंकड़ा पार करना भी मुश्किल हो गया है।”
शिवसेना का तंज – “जनमत का सम्मान करना सीखें”
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और शिवसेना नेता शंभूराज देसाई ने कहा कि राहुल गांधी को लोकतंत्र में जनमत का सम्मान करना सीखना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब खुद हारते हैं तो चुनाव को फिक्स बता देते हैं, और जहां सरकार बना लेते हैं, वहां सब ठीक लगने लगता है।”
भाजपा का जवाब – “11 साल बनाम 65 साल”
भाजपा नेता एसपी सिंह बघेल ने मोदी सरकार की उपलब्धियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि, “पिछले 11 वर्षों में जो काम हुए, वो पिछले 65 सालों में नहीं हो पाए।” उन्होंने राहुल पर व्यंग्य करते हुए कहा, “नाच न जाने आंगन टेढ़ा” जैसी सोच से कांग्रेस चल रही है।
राहुल गांधी का लेख बना विवाद की जड़
गौरतलब है कि शनिवार को एक हिंदी और एक अंग्रेज़ी अखबार में राहुल गांधी का लेख प्रकाशित हुआ था, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में धांधली और चुनावी प्रक्रिया में ‘मैच फिक्सिंग’ का आरोप लगाया था। इस लेख के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।